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क्या आप पीते खाली पेट चाय…. तो हो जाइये सावधान… हो सकता है भारी नुकसान!

 Tea Side Effects: ज्यादातर लोग ऐसे होते हैं, जिन्हें सुबह उठते ही चाय की चुस्की लेनी होती है। आपको भी अगर खाली पेट चाय पीने की आदत है, तो यह आपकी सेहत के लिए काफी घातक साबित हो सकता है। भले ही बहुत से लोगों के लिए ये कम्फर्ट ड्रिंक हो, लेकिन जागने के तुरंत बाद खाली पेट इन्हें पीना शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। खाली पेट चाय पीने से गैस, एसिडिटी जैसी समस्या बन जाती है। इसीलिए चाय के साथ कुछ लेना जरुरी होता है।

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खाली पेट चाय पीने का होता है सबसे बड़ा नुकसान!
चाय पीने से पहले या चाय के साथ कुछ बिस्किट खा लें। चाय पीने से पहले एक ग्लास पानी पी लें। चाय पीने के बाद नाश्ता कर लें। इन सब चीजों को करने से सुबह की चाय आपके शरीर पर असर नहीं करेगी। हो सके तो कोशिश करें नाश्ता करने के घंटे बाद चाय का सेवन करें। इसके अलावा सोने से पहले या रात के खाने के बाद भी चाय का सेवन नहीं करें।

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सोने से पहले या रात के खाने के बाद भी ना करें चाय का सेवन
चाय या कॉफी का नेचर एसिडिक होता है। खाली पेट इनका सेवन करने से एसिडिक बेसिक संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे कई बार एसिडिटी की शिकायत होती है। दरअसल, चाय में थियोफिलाइन नामक एक योगिक होता है, जो निर्जलीकरण की वजह है। चाय या कॉफी पीने के बाद सुबह सबसे पहले मुंह के बैक्टीरिया शुगर को ब्रेक करेंगे, जिससे मुंह का एसिड का स्तर बढ़ जाएगा । कुछ लोगों को सुबह दूध से बनी चाय पीने के बाद भी फूला हुआ महसूस हो सकता है।

Health Tips: शुगर का ज्यादा इस्तेमाल तो हो जाएं सावधान…!

DESK:  नियमित रूप से उच्च चीनी वाले खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों का सेवन करने से आपके मोटापे और दांतों की सड़न का खतरा बढ़ जाता है। शर्करा युक्त खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ अक्सर ऊर्जा में उच्च होते हैं और यदि इनका सेवन अक्सर किया जाता है तो यह वजन बढ़ाने में योगदान कर सकते हैं। ये पदार्थ दांतों की सड़न का कारण भी बन सकते हैं खासकर अगर इनको भोजन के बीच में खाया जाए।

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शर्करा को किसी भी खाद्य या पेय में जोड़ा जाता है। यह स्वाभाविक रूप से शहद, सिरप और बिना पके फलों के रस और स्मूदी में पाया जाता है। फल और दूध में पाई जाने वाली चीनी के बजाय इस प्रकार की चीनी को आपको कम करना चाहिए। कई पैकेज्ड खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों में आश्चर्यजनक रूप से उच्च मात्रा में मुफ्त शर्करा होती है।

कई खाद्य पदार्थों में पाई जाती है फ्री शुगर

  • मीठा फ़िज़ी पेय
  • मीठा नाश्ता अनाज
  • केक
  • बिस्कुट
  • पेस्ट्री और पुडिंग
  • मिठाई और चॉकलेट
  • मादक पेय

उत्तराखंड में भागने लगा कोरोना संक्रमण, 47 नए मरीजों की पुष्टि

उत्तराखण्ड। राज्य में मंगलवार को कोरोना के 47 नए मरीज मिले और तीन संक्रमितों की मौत हो गई। इसके साथ ही कुल मरीजों की संख्या 96 हजार 227 पहुंच गई है। जबकि 92 हजार 185 मरीज ठीक हो गए हैं और अब महज 1043 मरीज ही अस्पतालों में रह गए हैं।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार मंगलवार को चमोली, पौड़ी, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी और उत्तरकाशी जिले में एक भी नया संक्रमित नहीं मिला। जबकि अल्मोड़ा में एक, बागेश्वर में एक, चम्पावत में दो, हरिद्वार में पांच, नैनीताल में दस और देहरादून जिले में 19 लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया।

हिमालयन अस्पताल में एक, वेलमेड अस्पताल में एक और महंत इंद्रेश अस्पताल में भर्ती एक संक्रमित की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में अभी तक मरने वालों का आंकड़ा 1651 हो गया है।

राज्य के विभिन्न अस्पतालों से सात हजार के करीब सैंपल जांच के लिए भेजे गए। आठ हजार की रिपोर्ट आई और सात हजार की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। राज्य में कोरोना मरीजों के ठीक होने की दर 96 प्रतिशत के करीब हो गई है और संक्रमण दर साढ़े चार प्रतिशत से कम रह गई है।

सीएम त्रिवेंद्र का ऐलान, कोविड वार्ड में तैनात डॉक्टरों और कर्मियों को मिलेंगे 11-11 हजार रुपये

उत्तराखंड। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सभी कोरोना योद्धाओं को प्रमाणपत्र तथा कोविड वार्ड में मरीजों की सेवा करने वाले सभी चिकित्सकों एवं अन्य कार्मिकों को सम्मान स्वरूप 11-11 हजार रू की धनराशि देने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री ने यह घोषणा यहां आपातकालीन चिकित्सा सेवा 108 के बेड़े में 132 नई एम्बुलेंस को शामिल करने के मौके पर की। इन आपातकालीन एम्बुलेंस को विश्व बैंक सहायतित उत्तराखंड आपदा परियोजना के माध्यम से किया गया है।

रावत ने यहां गांधी शताब्दी अस्पताल में 10 बिस्तरों की आईसीयू यूनिट का भी लोकार्पण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण राज्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकता में रहा है और आपातकालीन सेवा में 132 नई एम्बुलेंस के सम्मिलित होने से मरीजों को स्वास्थ्य सेवा का त्वरित लाभ मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि एडवांस और बेसिक लाइफ सपोर्ट सिस्टम से युक्त ये एंबुलेंस खासकर पहाड़ी क्षेत्रों में मरीजों के लिए जीवनदायिनी साबित होंगी।

उन्होंने कहा कि पिछले चार साल में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए कुल 271 एम्बुलेंस उपलब्ध कराई गई हैं। रावत ने कहा कि अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना से अभी तक लगभग 2. 32 लाख लोग लाभान्वित हो चुके हैं।

उन्होंने कहा कि 10 माह पूर्व राज्य में कुल 216 आईसीयू बिस्तर व 116 वेन्टीलेटर्स थे लेकिन अब आइसीयू बिस्तर बढ़कर 863 और 695 वेन्टीलेटर्स हो गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के रूद्रपुर, हरिद्वार एवं पिथौरागढ़ जल्दी ही तीन मेडिकल कॉलेज तैयार हो जाएंगे।

महाराष्ट्र में हुई बड़ी लापरवाही, बच्‍चों को पोलियो ड्रॉप की जगह पिला दिया हैंड सैनिटाइजर

मुंबई। यवतमाल जिले के कापसिकोपरी गांव से एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। यवतमाल जिले के कापसिकोपरी गांव में 12 बच्चों को पोलियो ड्रॉप की जगह सैनिटाइजर के ड्रॉप पिला दी गई।

सभी बच्चों की उम्र पांच साल से कम है। मामला तब सामने आया जब ड्रॉप लेने के बाद बच्‍चों की हालत बिगड़ने लगी उल्टी और बेचैनी की शिकायत के बाद इन्हें जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। डॉक्टरों की टीम इन बच्‍चों की निगरानी कर रही है।

इस बड़ी लापरवाही के मामले में भानबोरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के एक डॉक्टर, आंगनबाड़ी सेविका और एक आशा कार्यकर्ता के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए गए हैं। जिला परिषद के सीइओ श्रीकृष्ण पंचाल के अनुसार बच्चों की हालत अभी स्थिर है।

यहां 1-5 साल के बच्चों के लिए राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान चल रहा था। यवतमाल जिला परिषद के सीईओ श्रीकृष्ण पांचाल ने बताया कि 5 साल से कम उम्र के 12 बच्चों को पोलियो ड्रॉप्स के स्थान पर दो बूंदें सैनिटाइजर दे दी गईं। इसके बाद, बच्चे  उल्टी और बेचैनी की शिकायत करने लगे।