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‘अब पाकिस्तान में भी होगी जल्द भाजपा सरकार…’ कंगना का ये ट्वीट तेजी से हो रहा है वायरल

नई दिल्ली। कोरोना महामारी जैसे बड़े संकट से सामना करने के लिए भारत अब पूरी तरह से तैयार है। देश के कई हिस्सों में इस महामारी से निपटने के लिए टीकाकरण जारी है। भारत सिर्फ देशवासियों को ही नहीं बल्कि पड़ोसी मुल्कों के लिए भी वैक्सीन उपलब्ध करवा रहा है। इसी क्रम में अब पाकिस्तान को भी भारत 1.6 करोड़ डोज वैक्सीन मुफ्त में प्रदान करेगा।

भारतीय वैक्सीन पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा उत्पादित ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड ‘गावी’ के जरिए पाकिस्तान पहुंचेगी। भारत की इस मदद की देश की कई बड़ी हस्तियां तारीफ कर रही हैं। बॉलीवुड के कई फिल्मी सितारों ने भी केंद्र सरकार के इस कदम की तारीफ की है। बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री कंगना रनोट ने भी पाकिस्तान को भारत निर्मित कोरोना वैक्सीन देने पर केंद्र सरकार की तारीफ की है।

कंगना रनोट बॉलीवुड की उन अभिनेत्रियों में से एक हैं जो सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय देती रहती हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर मोदी सरकार की तारीफ की है। कंगना रनोट ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘मतलब मोदी जी कह रहे हैं कि वह भी तो भारत का ही टूटा हुआ एक अंग है, वहां भी जल्द ही भाजपा की सरकार होगी….. आतंकी मेरे नहीं मगर अवाम तो मेरी ही है … हा हा हा जबरदस्त’।

सोशल मीडिया पर कंगना रनोट का यह ट्वीट जमकर वायरल हो रहा है। अभिनेत्री के कई फैंस और तमाम सोशल मीडिया यूजर्स उनके ट्वीट को खूब पसंद कर रहे हैं। साथ की कमेंट अपनी प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं। गौरतलब है कि भारतीय वैक्सीन की मदद से पाकिस्तान अपनी 4.5 करोड़ आबादी के लिए टीकाकरण शुरू करेगा। दैनिक ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ के मुताबिक अधिकारियों ने संसद की लोक लेखा समिति (पीएसी) को यह जानकारी दी है।

बालाकोट एयरस्ट्राइकः घर में घुसकर भारतीय वायुसेना ने दिया था पाक के आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब

नई दिल्ली। 26 फरवरी का दिन हर भारतीय के लिए बेहद खास और गर्व का दिन है। इस दिन को खास इसलिए माना जाता है क्योंकि इसी दिन साल 2019 में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकियों के ठिकाने पर ताबड़तोड़ बमबारी की थी। अचनाक हुए इस हमले से न केवल पाकिस्तान बल्कि पूरी दुनिया हैरान थी। किसी ने भी सपने में भी नहीं सोचा था कि भारतीय सेना इस तरह से कार्रवाई करेगी।

इस दिन को याद रखने की सिर्फ एक ही वजह नहीं है, बल्कि इसकी एक और वजह ये है कि 1971 के बाद पाकिस्तान पर ये पहली एयरस्ट्राइक की गई थी। इस दिन को याद रखने का एक कारण ये भी है कि विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान की पाकिस्तान से सकुशल वापसी भी है। ये वापसी इतनी आसान नहीं थी जितनी पाकिस्तान ने दिखाई थी। बल्कि उनकी ये वापसी पाकिस्तान के उस डर का भी परिणाम है जो उन्हें भारत से लगने लगा था।

पाकिस्तान ने देखी थी भारत की ताकत

बहराल, बालाकोट एयरस्‍ट्राइक की पटकथा 14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा आतंकी हमले के बाद लिखी गई थी। इस हमले में 40 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। पुलवामा की सड़क पर खून और जवानों के शरीर के क्षत-विक्षत शव नजर आ रहे थे। भारतीय जवानों का गुस्‍सा उबाल पर था। देश की आम जनता चाहती थी कि इस हमले को अंजाम देने वाले जैश ए मोहम्‍मद के आतंकियों पर इससे भी कहीं जबरदस्‍त हमला कर करारा जवाब दिया जाए। पाकिस्‍तान भी कहीं न कहीं इस बात को जान चुका था कि भातर इस हमले के बाद चुप नहीं बैठने वाला है। यही वजह थी कि पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने टीवी पर प्रसारित एक संदेश में दुनिया को ये संदेश देने की कोशिश की कि इस हमले में पाकिस्‍ताना या पाकिस्‍तान में बैठे किसी भी इंसान का कोई हाथ नहीं है। इस प्रसारण में उन्‍होंने एक बार फिर से आतंकियों को शहीद बताते हुए भारत को भड़का दिया था।
ऐसे तैयार हुआ था एयरस्ट्राइक का प्लान!

वहीं पुलवामा हमले के बाद सरकार की हलचलें तेज हो गई थीं। बैठकों का दौर चल रहा था। सरकार की मंशा बेहद साफ थी कि हर हाल में पाकिस्‍तान से बदला लेना है। सेना के अधिकारियों के बीच हुई उच्‍चस्‍तरीय बैठक के बाद बालाकोट एयरस्‍ट्राइक का खाका खींचा गया। थल सेना प्रमुख और वायुसेना प्रमुख ने साफ कर दिया था कि पाकिस्‍तान को इसकी बड़ी कीमत अदा करनी होगी। इस बार जगह और समय का चयन हम करेंगे। बालाकोट खैबर-पख्‍तूंख्‍वां में आता है। पहाड़ी और पेड़ों से घिरा ये इलाका आतंकियों की ट्रेनिंग का एक बड़ा अड्डा है। यहां पर सिर्फ जैश ही नहीं बल्कि अन्‍य आतंकी संगठनों के आतंकियों को तरह-तरह की ट्रेनिंग दी जाती है और फिर इन्‍हें भारत में हमले के लिए भेजा जाता है। भारत और पाकिस्‍तान के बीच कई जगहों पर फेंसिंग नहीं है बल्कि प्राकृतिक चीजों के आधार पर सीमा निर्धारित है। इसका फायदा ये आतंकी कभी-कभी उठाने में सफल हो जाते हैं। इसलिए ही बालाकोट में एयरस्‍ट्राइक करने पर मुहर लगी थी। यहां पर हमला कर भारत साफ संदेश भी देना चाहता था कि वो आतंकियों को उनके ही घर में घुसकर मार सकता है।

अभिनंदन से सच उगलवाना चाहती थी पाक आर्मी

26 फरवरी 2019 की सुबह भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने इजरायली बम स्‍पाइक का इस्‍तेमाल किया और बालाकोट में जबरदस्‍त बमबारी की। भारतीय सेना की तरफ से इसकी जानकारी देते हुए कहा गया कि इसमें विमानों ने काफी बड़ी संख्‍या में आतंकियों के ठिकानों को नष्‍ट कर किया। साथ ही ये भी बताया गया कि इस एयरस्‍ट्राइक में कई आतंकियों को मार गिराया गया। इस एयरस्‍ट्राइक में शामिल विंग कमांडर अभिनंदन ने पाकिस्‍तान के एक फाइटर जेट एफ-16 को भी मार गिराया था। लेकिन बाद में किसी वजह से उनका विमान क्रैश हो गया और उन्‍हें विमान से इजेक्‍ट होना पड़ा था। जमीन पर उनका सामना पाकिस्‍तान के गांववालों से हुआ। उन्‍हें बाद में पाकिस्‍तान आर्मी ने गिरफ्तार किया और अपने साथ बेस कैंप ले गए। वहां पर उन्होंने अभिनंदन के पाकिस्‍तान में घुसने का मकसद जानना चाहा लेकिन उन्‍होंने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया था। पाकिस्‍तान की सेना और उनके जवाब का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में आया था।

विंग कमांडर अभिनंदन करीब 60 घंटे पाकिस्‍तान की हिरासत में रहे और बाद में उन्‍हें सकुशल रिहा करना पड़ा। पाकिस्‍तान जानता था कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो उसको कितना भयानक अंजाम भुगतना होगा। अपनी लाज बचाने के लिए पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सदन में बयान दिया कि वो अभिनंदन को इसलिए रिहा कर रहे हैं जिससे दोनों देशों के बीच संबंध और अधिक खराब न हो सकें।

बालाकोट एयर स्ट्राइक के 2 साल, कैसा था जलजला का वो खौफनाक मंजर?

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के दर्द पर बालाकोट एयर स्ट्राइक मरहम है। आज ही के दिन भारतीय वायुसेना के वीर जवानों ने पाकिस्तान की धरती में घुस कर आतंकवादियों का सफाया किया था और पाकिस्तान को इसकी भनक भी नहीं लगी थी। आज यानी 26 फरवरी को उस बालाकोट एयर स्ट्राइक के दो साल पूरे हो गए, जब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुस कर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर बमबारी कर उसे तबाह कर दिया था। 14 फरवरी को हुए जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने 26 फरवरी की देर रात इसका बदला लिया था और पाकिस्तान के बालाकोट में स्थित जैश के आतंकी कैंप को नेस्तानबूद कर दिया था। भारतीय वायुसेना के इस एयर स्ट्राइक में जैश के करीब 250 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया था।

दरअसल, पाकिस्तान में बालाकोट एयर स्ट्राइक पुलवामा आतंकी हमले का बदला था। 14 फरवरी को जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सीआरपीएफ का काफिला गुजर रहा था। सामान्य दिन की तरह ही उस दिन भी सीआरपीएफ के वाहनों का काफिला अपनी धुन में जा रहा था। तभी एक कार ने सड़क की दूसरी तरफ से आकर इस काफिले के साथ चल रहे वाहन में टक्‍कर मार दी। इसके साथ ही एक जबरदस्‍त धमाका हुआ। यह आत्मघाती हमला इतना बड़ा था कि मौके पर ही सीआरपीएफ के करीब 42 जवान शहीद हो गए। पुलवामा आतंकी हमले से पूरे देश में रोष पैदा हो गया।

पुलवामा आतंकी हमले से सभी सन्न थे। हर कोई आतंकियों से इसका बदला लेना चाहता था। सरकार ने भी पुलवामा के शहीदों की शहादत का बदला लेने के लिए 12 दिन बाद 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में स्थित आतंकी कैंप पर हमला कर दिया। पुलवामा हमले का बदला लेने के लिए सरकार ने भारतीय वायुसेना को चुना। भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को तड़के बालाकोट में आसमान से बमवर्षा शुरू कर दी। भारतीय वायुसेना के इस एयर स्ट्राइक में जैश के न सिर्फ आतंकी ठिकाने तबाह हुए, बल्कि करीब 250 से अधिक आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया।

क्या सुधर गया पड़ोसी पाकिस्तान? NSA अजीत डोभाल के प्रयास से रिश्ते ठीक होने की जगी आस

भारत-पाकिस्तान सीमा पर संघर्ष विराम की घोषणा अगर वास्तविक रूप में अमल में आई तो इसका सकारात्मक असर दोनो देशों के कूटनीतिक रिश्तों पर भी देखने को मिल सकता है। जानकारों का मानना है कि जम्मू-कश्मीर में 4जी सेवा शुरू होना, भारत की पहल पर बुलाई गई पड़ोसी देशों की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोविड जैसी स्थितियों से निपटने के लिए सुझाये गए उपायों का पाकिस्तान द्वारा समर्थन, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के विमान को भारतीय एयर स्पेस के उपयोग की इजाजत देना और अब दो कदम आगे बढ़कर संघर्ष विराम पर परस्पर सहमति इस बात का संकेत है कि दोनों देशों के बीच कूटनीतिक रिश्तों में बहुत कुछ चहलकदमी हो रही है।

जानकारों का कहना है कि भारत ने ताजा घटनाक्रम के बाद पाकिस्तान को लेकर जिस तरह से सधी प्रतिक्रिया दी है उससे संकेत साफ हैं कि रिश्तों को बेहतर करने की पहल पर्दे के पीछे चल रही है। दोनों तरफ से कुछ सद्भावना दिखाने का प्रयास हो रहा है।

सूत्रों ने कहा कि अगर जमीन पर पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का सख्ती से पालन किया और आतंकवाद और घुसपैठ को रोका जा सका तो दोनो देशों के रिश्ते बेहतर बनाने के कुछ और कदम नजर आ सकते हैं।

विदेश मंत्रालय ने संघर्ष विराम के बाद बातचीत की संभावना को लेकर पूछे गए सवाल पर सतर्क बयान दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा है,‘भारत, पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी की तरह रिश्ते चाहता है। अगर कोई भी मुद्दा है तो उन्हें शांतिपूर्ण और द्विपक्षीय तरीके से हल करने को प्रतिबद्ध है। आतंकवाद सहित अन्य मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर भारत ने स्पष्ट किया है कि अहम मसलों पर भारत की नीति में कोई बदलाव नहीं है।’

 

जर्मनी में कांग्रेस कर रही थी कृषि कानून का विरोध, प्रदर्शन में लहराया पाकिस्तानी झंड़ा

नई दिल्ली। भारत में लागू किए गए कृषि कानूनों के विरोध में जर्मनी के बर्लिन में कांग्रेस ने एक प्रदर्शन में पाकिस्तानी झंडे लहराए गए। पाकिस्तान का झंड़ा लहराने वाला कोई और नहीं वहां के कांग्रेस कार्यालय का एक पदाधिकारी ही बताया गया है। झंडे के साथ कांग्रेस के इस पदाधिकारी की फोटो ट्विटर पर भी शेयर की गई है।

सुरेश ने प्रदर्शन का शेयर किया फोटो

भाजपा के नेता सुरेश नाकहुआ ने ट्विटर पर फोटो के साथ पूरा ब्योरा उपलब्ध कराया है। उनके अनुसार इंडियन ओवरसीज कांग्रेस ने बर्लिन में तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन आयोजित किया था। इसमें पाकिस्तानी झंडे लहराए गए। सुरेश ने अपने ट्विटर हैंडल पर प्रदर्शन का फोटो भी शेयर किया है और बताया कि एक युवक कांग्रेस कार्यकर्ता चरन कुमार है, दूसरा कार्यालय का पदाधिकारी राज शर्मा है। इनके हाथों में पाकिस्तानी झंडा था।

कांग्रेस जर्मनी के अध्यक्ष ने बयान को बताया गलत

इधर इंडियन ओवरसीज कांग्रेस जर्मनी के अध्यक्ष प्रमोद कुमार ने एक बयान जारी करते हुए भाजपा नेता के बयान को गलत बताया है। बयान में कहा गया है कि राज शर्मा युवक नहीं बल्कि 65 साल के बुजुर्ग हैं। आइओसी ने ऐसा कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया है।

शर्मनाक : पाकिस्तान में 62  साल के बुजुर्ग सांसद ने 14 साल की लड़की से की शादी

नई दिल्ली। पाकिस्तान में महिलाओं, लड़कियों पर अत्याचार दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। पाकिस्तान  में जमीयत उलेमा ए इस्लाम पार्टी के 62 साल के सांसद  मौलाना सलाहउद्दीन अयूबी  ने  एक  14  साल की लड़की से साथ निकाह किया है। NGO की शिकायत पर स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लड़की गवर्नमेंट गर्ल्स हाई स्कूल, जुघूर की छात्रा है। यहां उसकी जन्मतिथि 28 अक्टूबर, 2006  दर्ज की गई थी। इससे पता चलता है कि लड़की की शादी की उम्र नहीं हुई थी।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार खैबर पख्तूनख्वा के चित्राल कस्बे में महिलाओं के कल्याण के लिए काम करने वाले एक NGO द्वारा दर्ज की गई शिकायत के आधार पर सांसद के खिलाफ जांच शुरू की गई। अंजुमन दावत-ओ-अजीमत (Anjuman Dawat-o-Azeemat) नाम के इस NGO ने एक आवेदन में मौलाना अयूबी पर आरोप लगाया। इसमें कहा गया कि बलूचिस्तान के एक सांसद ने अपनी उम्र से चार गुना छोटी बच्ची से शादी की है। ये खबर सोशल मीडिया पर आग की तरफ फैल गई और लोगों में इस घटना को लेकर गुस्सा देखने को मिला।

आपको बताते चलें कि पाकिस्तान में शादी के लिए लड़की की उम्र 16 साल निर्धारित की गई है। वहां का कानून इसके लिए  माता-पिता के लिए सजा की भी सिफारिश करती है अगर वे ऐसा करते हैं तो।

राज्यसभा से विदाई संदेश में गुलाम नबी आजाद ने की पीएम मोदी की तारीफ, कहा- हिंदुस्तानी मुसलमान होने पर गर्व है

नई दिल्ली : राज्यसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल पूरा हो रहा है और उन्हें आज विदाई दी गई। अपने विदाई भाषण में गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मैं एक गौरवशाली भारतीय मुसलमान हूं। मुसलमानों को इस देश पर गर्व होना चाहिए, लेकिन बहुसंख्यक समुदाय को अल्पसंख्यक की तरफ भी कदम बढ़ना चाहिए।

उन्होंने राज्यसभा में कहा, ‘मैं उन खुशकिस्मत लोगों में से हूं जिनको कभी पाकिस्तान जाने का मौका नहीं मिला। जब मैं पाकिस्तान में परिस्थितियों के बारे में पढ़ता हूं, तो मुझे एक हिंदुस्तानी मुसलमान होने पर गर्व महसूस होता है।

गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मैं 41 साल से संसद और राज्य विधानसभा में हूं। मुझे इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ काम करने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उन्हें ज्योति बसु सहित कई बड़े नेताओं के साथ बातचीत करने का मौका दिया। आजाद ने सदन से आग्रह किया कि जम्मू-कश्मीर के मुद्दों पर विचार किया जाना चाहिए और राज्य के लोगों के लाभ के लिए जल्द ही राज्य की बहाली की जानी चाहिए।

इससे पहले राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद में की तरीफ करते हुए पीएम मोदी भावुक हो गए। गुलाम नबी आजाद की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जब वह कोरोना महामारी पर सदन में विभिन्न दलों के नेताओं की बैठक बुलाने पर विचार कर रहे थे तब आजाद ने फोन कर उन्हें सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाने का सुझाव दिया था।

बता दें कि गुलाम नबी आजाद के साथ ही भाजपा के शमशेर सिंह मन्हास और पीडीपी के मीर मोहम्मद फ़ैयाज और नजीर अहमद लवाय का कार्यकाल भी समाप्त हो रहा है। आजाद और नजीर अहमद का कार्यकाल 15 फरवरी को और मन्हास तथा मीर फयाज का कार्यकाल 10 फरवरी को पूरा हो रहा है।

कंगाल हुआ पाकिस्तान, India की खैरात से पाकिस्तानियों का होगा इलाज

देर से ही सही लेकिन पाकिस्तान में भी अब कोरोना वैक्सीनेशन का रास्ता साफ होता जा रहा है। पाकिस्तान की इमरान सरकार अभी तक कोरोना टीके का एक भी डोज खरीद तो नहीं पाई है। लेकिन चीन ने उसे 5 लाख डोज मुफ्त में दे दिए हैं।

जिसे लाने के लिए पाकिस्तान से विमान भेजा गया है। चीनी डोज के पाकिस्तान पहुंचने से पहले पाकिस्तान उस समय गदगद हो गया जब उसके लिए 1 करोड़ 70 लाख भारतीय कोरोना वैक्सीन मुफ्त मिलने का रास्ता साफ हो गया। उसे कोवाक्स प्रोग्राम के तहत ये खैरात मिलने जा रही है।

कंगाल Pakistan की हालत हुई और पतली, कर्ज चुकाने के लिए जिन्ना की निशानी बेचेगी इमरान सरकार

नई दिल्ली। भारत को समय-समय पर जंग की गीदड़भभकी देने वाला पाकिस्तान पूरी तरह कंगाल हो चुका है। प्रधानमंत्री इमरान खान  सत्ता में ‘नए पाकिस्तान’ का सपना दिखाकर आए, लेकिन अब उनके देश की आर्थिक हालत बद से बदतर हो गई है।

पाकिस्तान में कंगाली की हालात यह है कि सरकारी कर्मचारियों को तनख्वाह देने के लिए भी इमरान सरकार को जोड़ तोड़ करना पड़ रहा है। वहीं, पाकिस्तान को अब लोन चुकाने में भी नानी याद आ ऱही है। पाकिस्तान की इमरान सरकार 500 अरब रुपए का लोन लेने के लिए मोहम्मद अली जिन्ना की बहन के नाम से मशहूर पार्क की नीलामी करने पर विचार कर रही है।

फातिमा जिन्ना पार्क के नाम से मशहूऱ यह पार्क  7 सौ 59 एकड़ भूमि पर फैला है। यह सार्वजनिक मनोरंजन पार्क पाकिस्तान के सबसे बड़े हरे भरे क्षेत्रों में से एक है। पार्क को गिरवी रखने की पुष्टि पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट डॉन ने की है। साथ ही इसमें ये भी लिखा गया है कि इस पार्क को गिरवी रखने का प्रस्ताव पाकिस्तान कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। इमरान सरकार के इस फैसले से मालूम होता है कि पाकिस्तान कितने बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा है।

 

 

 

सीमा पर फिर मिली सुरंग, जानें इससे पहले कितनी बार सुरंग खोद चुका है पाक?

नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करवाने की नापाक कोशिश करने वाला पाकिस्तान लगातार इसी कोशिश में रहता है कि किसी भी तरह भारत में आतंकियों की घुसपैठ कराई जा सके। इसी के चलते आए दिन भारतीय सेना के जवान सीमावर्ती इलाकों में गश्त करते रहते हैं शनिवार को कुठआ के हीरानगर में बने आइबी के समीप गश्त के दौरान पानसर इलाके में एक सुरंग मिली है।

मिली जानकारी के मुताबिक, हीरानगर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अब पंजाब से सटे पानसर और पहाड़पुर के बीच जीरो लाइन और तारबंदी के बीच टनल मिली है। हीरानगर में 10 दिन के बीच में पाकिस्तान से की ओर से खोदी गई की दूसरी टनल मिलने का मामला है। 4 दिन पहले इसी स्थान पर मिला था एक बड़ा गड्ढा, जांच के लिए मौके पर अधिकारी पहुंच गए हैं। अन्य विवरण प्रतीक्षारत हैं।

कब-कब मिली सुरंग?

  • 13 जनवरी को बोबिया क्षेत्र में डेढ़ सौ मीटर लंबी टनल मिली थी।
  • 18 नवंबर 2020 को सांबा में अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे गांव रिगाल में एक सुरंग का पता चला था।
  • अगस्त 2020 को सांबा में पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों की घुसपैठ के इरादे से बनाई गई सुरंग का पता चला था।
  • 14 फरवरी 2017 को रामगढ़ के चमलियाल गांव के छन्नी फतवाल में 20 मीटर लंबी सुरंग का पता चला था।
  • वर्ष 2016 को आरएसपुरा के अलाह माई दे कोठे में पाकिस्तान द्वारा बनाई गई सुरंग का पता चला था।