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ट्रैक्टर परेड के नाम पर हिंसा करने वाले किसानों के खिलाफ जारी होगा लुक आउट नोटिस

नई दिल्ली।  गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के मामले में की हर तरफ निंदा हो रही है। दिल्ली पुलिस भी इस मामले में बेहद सख्ती से काम ले रही है।

डीडी न्यूज की खबर के मुताबिक पुलिस ने दिल्ली के अलग-अलग थानों में अब तक हिंसा और तोड़फोड़ के मामले में 25 एफआईआर दर्ज की है। जिन किसान नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज़ हुई है, उनके खिलाफ अब दिल्ली पुलिस लुक आउट नोटिस जारी करेगी।

FIR में जिन किसान नेताओं के नाम हैं, दिल्ली पुलिस उनके पासपोर्ट सरेंडर करने की प्रक्रिया भी शुरू करेगी। इसके अलाव दिल्ली पुलिस ने क्रांतिकारी किसान यूनियन और संयुक्त किसान मोर्चा के दर्शन पाल को भी नोटिस भेजकर तीन दिन में जवाब मांगा है। साथ ही सभी आरोपी किसानों औऱ दंगाइयों के नाम मांगे हैं जो इन दंगों में शामिल थे। किसान ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा के मामले में अब तक 400 से ज्यादा पुलिस के जवान घायल हुए हैं।

 

 

किसानों के हिंसक प्रदर्शन पर एक्शन में गृह मंत्रालय, दिल्ली में 1500 अर्धसैनिक बलों की होगी तैनाती  

नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस के मौके पर मंगलवार को राजधानी दिल्ली में किसानों के हिंसक प्रदर्शन ने देश का माहौल बदल दिया है। मामले को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक की। गृह मंत्री की इस बैठक में गृह सचिव, दिल्‍ली पुलिस के अधिकारी और अन्य अधिकारी शामिल हुए। बैठक में फैसला लिया गया कि अब दिल्‍ली में 1500 से अधिक अर्धसैनिक बलों की तैनाती की जाएगी।

इसके अलावा बैठक में तत्काल प्रभाव से उन संवेदनशील जगहों पर सुरक्षाबलों की तैनाती के निर्देश दिए गए हैं, जहां पर मंगलवार को यानी आज हिंसा हुई है। यह जगह नांगलोई, आईटीओ और गाजीपुर हैं।

बता दें कि मंगलवार को किसानों ने गणतंत्र दिवस परेड के बाद दिल्ली की सीमाओं पर ट्रैक्टर रैली निकालनी शुरू की। लेकिन बाद में यह रैली हिंसक प्रदर्शन में बदल गई। आक्रोशित किसानों ने कई जगहों जमकर उत्पात मचाने के साथ पुलिस से भिड़ गए। इतना ही नहीं आक्रोशित किसानों ने कई जगहों पर पुलिस द्वार लगाए गए बैरिकेड्स भी तोड़ दिए। उधर, लाल किले पर पहुंचे किसानों ने किले की गुंबद पर अपना झंडा फहराया। हालत को देख पुलिस को कई जगहों पर  लाठीचार्ज करना पड़ा।

 

दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड हुई उग्र, पुलिस के बैरिकेड्स तोड़ जमकर मचाया उत्पात

नई दिल्ली। दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड उग्र हो गई। पुलिस की शर्तों पर किसान संगठनों द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद भी मंगलवार को आंदोलनकारियों ने दिल्ली के अंदर खूब उत्पात मचाया।

आईटीओ पर बवाल के बीच करीब दो दर्जन ट्रैक्टरों पर सवार सैकड़ों किसान लाल किला परिसर में पहुंच गए, जहां उन्होंने हंगामा शुरू करने के साथ लाल किले पर संगठन का झंडा फहरा दिया। यह झंडा वहां फहराया गया है, जहां 15 अगस्त को प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं।

अक्षरधाम से पहले एनएच-24 पर किसानों ने पुलिस के बैरिकेड्स तोड़ दिए, जिसके बाद पुलिस को किसानों पर लाठीचार्ज करना पड़ा।

कन्नौज :  जिला टॉपर अंशी सिंह बनीं एक दिन के लिए डीएम

कन्नौज। जिले में 72वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में जिला टॉपर छात्रा अंशी को एक दिन का डीएम व हाईस्कूल की जिला टॉपर चांदनी को एक दिन का पुलिस अधीक्षक बनाया गया।

जिले के प्रसाशनिक पद पर आसीन छात्राओं ने ध्वजारोहण रोहण कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इस मौके पर डीएम बनीं छात्रा अंशी सिंह ने कहा कि आज बेटियों के लिए गौरव का दिन है। अंशी ने महिला सुरक्षा पर जोर दिया। वहीं, पुलिस अधीक्षक बनी चांदनी ने कहा कि उनको भी आज गर्व महसूस हो रहा है हर माता पिता के लिए एक संदेश है कि बेटियों से नफरत न कर उनसे प्यार करें, क्योंकि बेटियां भी नाम रोशन करती हैं।

जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि महिला शसक्तीकरण और बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ का संदेश देने के लिए बेटियों को एक दिन के लिए सांकेतिक प्रसाशनिक पद पर बैठाया गया है। उन लोगों के लिए यह संदेश है जो बेटियों को बोझ समझते हैं।

रिपोर्ट- सीपी सिंह

राजपथ पर दुनिया देखेगी भारत की ताकत, जब आसमान में फर्राटे भरेगा राफेल

नई दिल्ली। देश पूरे उमंग और उत्साह के साथ आज 72वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस अवसर पर राजपथ पर ऐतिहासिक परेड निकलेगी, जिसमें पूरी दुनिया भारत की सांस्कृतिक विरासत और सैन्य ताकत की झलक देखेगी। इस बार का परेड कई मायनों में खास होने वाला है। राफेल लड़ाकू विमान इसका मुख्य आकर्षण होगा। गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पूरी राजधानी अभेद्य किले में तब्दील हो गई है। जमीन से लेकर आसमान तक कड़ा पहरा है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस व पैरा मिलिट्री तैनात है। सोमवार रात 12 बजे से ही दिल्ली की सभी  सीमाएं सील कर दी गई हैं। इंट्री उन्हें ही मिलेगी, जिन्हें अति आवश्यक काम होगा।

गणतंत्र दिवस पर सशस्त्र बलों की झांकी के अलावा, 17 झांकियां विभिन्न राज्यों की होंगी। केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/विभागों की नौ झांकियां और अर्धसैनिक बलों और रक्षा मंत्रालय की छह झांकियां होंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाएंगे और वहां शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद वह राजपथ जाएंगे और परेड का गवाह बनेंगे। परंपरा के अनुसार झंडा फहराने के बाद राष्ट्रगान होगा और 21 तोपों की सलामी दी जाएगी। फिर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सलामी लेंगे। इसके बाद परेड की शुरुआत होगी। बता दें कि इस बार परेड में कोई मुख्य अतिथि नहीं होगा। कोरोना महामारी के कारण ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने अपनी यात्रा रद कर दी है। इससे पहले 1952, 1953 और 1966 में भी गणतंत्र दिवस परेड के लिए कोई मुख्य अतिथि नहीं था।

गणतंत्र दिवस पर वीरता और विशिष्ट सेवाओं के लिए पुलिस पदकों का ऐलान, 946 पुलिसकर्मियों हुए सम्मानित

नई दिल्ली।  वीरता और सराहनीय योगदान के लिए 946 पुलिसकर्मियों को गणतंत्र दिवस पर पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है। इसमें से दो राष्ट्रपति के वीरता पदक से सम्मानित हुए हैं। झारखंड पुलिस के एएसआई बनुआ उरांव और CRPF के मोहन लाल को मरणोपरांत यह सम्मान दिया गया है।

शौर्य के लिए पुलिस पदक यानी पीएमजी से 205 कर्मियों को नवाजा गया है। विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति के पुलिस पदक से 89 कर्मियों को और उत्‍कृष्‍ट सेवा के लिए पुलिस पदक से 650 कर्मियों को सम्मानित किया गया है।

शौर्य के लिए दिए गए 207 पदकों में से 137 पदक जम्मू और कश्मीर में वीरतापूर्ण कार्यों के लिए दिए गए हैं। 24 कर्मियों को ये पुरस्कार वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में शौर्य दिखाने के लिए दिया गया है। एक पुरस्कार पूर्वोत्तर क्षेत्र में वीरतापूर्ण कार्य के लिए दिया गया है।

शौर्य के लिए पुलिस पदक से सम्‍मानित किए गए कर्मियों में से 68 सीआरपीएफ के जबकि 52 जम्मू- कश्मीर पुलिस के कर्मी हैं। इसी तरह इनमें बीएसएफ के 20, दिल्ली पुलिस के 17, महाराष्ट्र पुलिस के 13, छत्तीसगढ़ पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस के 8-8 कर्मी शामिल हैं।

 

दिल्ली पुलिस ने किसानों को दी ट्रैक्टर परेड की अनुमति, जानिए, किस रूट से होकर गुजरेंगे अन्नदाता ?

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड निकालने की किसानों को अनुमति दे दी। अब किसान सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर से ट्रैक्टर परेड निकाल सकेंगे। तीनों जगहों से किसान करीब 100 किलोमीटर तक दिल्ली में ट्रैक्टर परेड कर सकेंगे।

विशेष आयुक्त इंटेलिजेंस दीपेंद्र पाठक ने बताया कि गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली निकालने की मांग का सम्मान करते हुए दिल्ली के 3 जगह से- सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर और गाजीपुर बॉर्डर से बैरिगेट्स को हटाकर दिल्ली के अंदर मेन रोड पर कुछ किलोमीटर तक अंदर आने पर सहमति हुई है। टिकरी बॉर्डर से प्रवेश करने पर 63-64 किलोमीटर के स्ट्रेच, सिंघु बॉर्डर से 62-63 किलोमीटर के स्ट्रेच और गाजीपुर बॉर्डर से 46 किलोमीटर के स्ट्रेच की अनुमति है। ट्रैक्टरों को इस तरह से लाया जाए कि मार्च शांतिपूर्ण और अनुशासित तरीके से हो।

गणतंत्र दिवस परेड : इस बार राजपथ पर दिखेगी उत्तराखंड की झलक

नई दिल्ली।  रक्षा मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय रंगशाला शिविर, नई दिल्ली में आयोजित प्रेसवार्ता में विभिन्न प्रदेशों एवं मंत्रालयों के झांकी कलाकारों द्वारा अपने-अपने राज्यों की सांस्कृतिक झलक पेश की गई।

इसी क्रम में उत्तराखंड के कलाकारों ने उत्तराखंड की पांरपरिक वेशभूषा में राष्ट्रीय रंगशाला में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।

बता दें कि गणतंत्र दिवस समोराह में इस वर्ष 17 राज्यों की झांकी सम्मिलित की गई है। उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड राज्य से 12 कलाकार गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखंड झांकी में भाग ले रहे हैं। गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजपथ पर उत्तराखंड की ओर से प्रदर्शित की जाने वाली झांकी का विषय ‘केदारखंड’ रखा गया है।

इस झांकी में उत्तराखंड का राज्य पशु ‘कस्तूरी मृग‘ दर्शाया गया है, जो उत्तराखंड के वनाच्छादित हिमशिखरों में 3,600  से 4,400  मीटर की ऊंचाई पर पाया जाता है। इसी प्रकार उत्तराखंड का राज्य पक्षी ‘मोनाल’ एवं राज्य पुष्प ‘ब्रह्मकमल’ दिखाया गया है।

 

लगातार दूसरे दिन बम मिलने से नोएडा में मचा हडकंप, जानें, किसने की पुलिस ने ऐसी शरारत?

नई दिल्ली। दिल्ली से सटे नोएडा सेक्टर-63 में शुक्रवार सुबह संदिग्ध सामान मिलने से हडकंप मच गया। इलाके को आनन-फानन में खाली कराया गया। बता दें कि गणतंत्र दिवस समारोह के चलते दिल्ली समेत पूरे एनसीआर को अलर्ट किया गया है। इस बीच लगातार दूसरे दिन बम मिलने की सूचना से हर किसी को चौका दिया। वहीं मौके से पहुंची बम स्कॉड टीम ने जांच में पता लगाया कि ये बम नहीं बल्कि इसे शरारती तत्वों द्वारा शरारत थी।

दरअसल, नोएडा सेक्टर-63 स्थित छिजारसी में एसजेएम अस्पताल के पास बम रखने की सूचना से शुक्रवार सुबह हड़कंप मच गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची फेस-3 कोतवाली पुलिस और सेंट्रल जोन नोएडा के पुलिस अधिकारियों ने अस्पताल व उसके आसपास के परिसर को खाली कराया। अस्पताल के बाहर सर्च अभियान चलाया। इस बीच आनन फानन में पुलिस को सूचना देकर ट्रैफिक डायवर्ट कराया गया। वहीं, जांच में पाया गया कि बम जैसी दिखने वाली यह चीज डेटोनेटर या विस्फोटक पदार्थ नहीं है। इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली और पुलिस ने इसे शरारती तत्वों का काम बताया है।

गौतमबुद्धनगर के पुलिस आयुक्त आलोक सिंह भी डॉग स्क्वायड, बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) और फायर ब्रिगेड टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने मीडिया से बताया कि एक व्यक्ति ने सूचना दी थी कि एक संदिग्ध वस्तु अस्पताल के पास सड़क पर पड़ी है। बम निरोधक दस्ते द्वारा परीक्षण किया गया, तो पाया गया कि उसमें कोई भी डेटोनेटर एवं विस्फोटक पदार्थ नहीं था। किसी शरारती तत्वों द्वारा इसे एक घड़ी नुमा वस्तु लगाकर बनाया गया था। इसे वहां से हटा दिया गया है। इस पूरी कार्रवाई में करीब दो घंटे लगे। इस दौरान आसपास का ट्रैफिक को रोकना पड़ा। सुबह 7 बजे से 9 बजे तक यातायात प्रभावित रहा।

जांच के बाद के पुलिस बल समेत अन्य जांच टीमें वापस रवाना हो गईं। बीडीएस टीम ने सुरक्षा के साथ संदिग्ध वस्तु को निष्क्रिय कर दिया। संदिग्ध वस्तु को जांच के लिए लैब भेजा गया है। हालांकि पुलिस आयुक्त ने गणतंत्र दिवस से पूर्व किसी आतंकी घटना व साजिश से शहर को दहलाने की बात से इन्कार किया है।

गौरतलब है इससे पूर्व बृहस्पतिवार को भी सेक्टर-27 स्थित निजी अस्पताल में बम रखने की सूचना मिली थी। लेकिन पुलिस ने जब अस्पताल पहुंच जांच की तो यह अफवाह मिली थी। इस दौरान भी ओपीडी बंद करके अस्पताल परिसर को खाली कराना पड़ा था।

उत्तराखंड : ट्रैक्टर रैली को लेकर किसानों का बड़ा फैसला, कहा- 26 जनवरी को हर घर से दिल्ली पहुंचेंगे किसान  

उत्तराखंड। गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में आयोजित ट्रैक्टर रैली को लेकर आज दिनेशपुर गुरुद्वारे में किसानों ने बैठक की। बैठक में किसानों ने 26 जनवरी को हर घर से एक किसान को दिल्ली भेजने का निर्णय लिया।

बैठक में किसानों ने कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली में किसानों की एक ट्रैक्टर रैली है, जिसमें उत्तराखंड से करीब दस हजार से भी ज्यादा ट्रैक्टर लेकर किसान दिल्ली पहुंचेंगे। किसानों ने ट्रैक्टर रैली के साथ भारत की संस्कृति से जुड़ी विभिन्न झांकियां भी निकाली जाएंगी।

पूर्व विधायक प्रेमानंद महाजन ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए काले कानून के खिलाफ लगातार शांतिपूर्ण तरीके से धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। लेकिन केंद्र सरकार किसानों की मांग मानने को तैयार नहीं हैं। इसलिए 26 जनवरी को किसानों का दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा।

रिपोर्टर – डीके सरकार