उत्तराखण्ड। देशभर में चलाए जा रहे बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम में एक कदम और आगे बढ़ाते हुए प्रदेश में मेरी बेटी मेरा अभिमान ‘घरैकि पहचाण चेलिक नाम’ कार्यक्रम की नैनीताल नगरपालिका से शुरुआत हो गई।
मुख्यमंत्री ने लोककला ऐपण के संरक्षण के उद्देश्य से बेटियों के नाम की नेम प्लेट की शुरुआत की। कहा कि योजना के तहत परिवार की सबसे छोटी बेटी के नाम पर उस घर की नेम प्लेट बनाई गई है। योजना में हर विकासखंड से एक-एक ग्राम को चयनित किया गया है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि यह छोटी सी कोशिश है जो एक दिन बड़ा अभियान बनेगी और हर घर का नाम बेटी के नाम पर होगा। हाल ही में सरकार ने महिलाओं को पति की पैतृक संपत्ति में सहखातेदार का अधिकार दिया है।
इससे महिलाओं को स्वरोजगार के लिए बैंक से लोन मिल सकेगा, जो उनके स्वावलंबी होने का साधन बनेगा। महिलाओं को समान अधिकार और समान अवसर देने से ही महिला सशक्तिकरण सार्थक होगा।
उन्हें आर्थिक, मानसिक के साथ ही शारीरिक दृष्टि से भी सशक्त बनाना होगा। सरकार की ओर से इस पर कार्य शुरू कर दिया गया है। सीएम ने समारोह में कई महिलाओं को उनके बेटी के नाम की पट्टिका भी भेंट की।