देश की आंतरिक सुरक्षा को मुस्तैद करने के लिए बड़े जतन कर रही नरेन्द्र मोदी सरकार अब आतंकवाद से लेकर साइबर अपराध पर अंकुश लगाने की बड़ी तैयारी में है। इसको लेकर लखनऊ में शुक्रवार से तीन दिवसीय 56वें डीजीपी सम्मेलन का शुभारंभ गृह मंत्री अमित शाह ने किया। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20 व 21 नवंबर को शामिल होंगे। गृह मंत्री तथा सहकारिता मंत्री अमित शाह दिन में करीब दो बजे विशेष विमान से लखनऊ के चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट, अमौसी पर पहुंचे। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा के साथ कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, ब्रजेश पाठक तथा आशुतोष टंडन ने उनका स्वागत किया। गृह मंत्री अमित शाह इसके बाद गोमतीनगर विस्तार में सिगनेचर बिल्डिंग में पहुंचे। वहां पर उन्होंने डीजीपी सम्मेलन का उद्घाटन किया। गृह मंत्री अमित शाह ने संयुक्त प्रारूप में आयोजित सम्मेलन का शुभारंभ किया। राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के डीजीपी, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और केंद्रीय पुलिस संगठनों के प्रमुख लखनऊ में डीजीपी मुख्यालय, गोमतीनगर में होने वाले इस सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। इसके साथ ही शेष आमंत्रित पुलिस अधिकारी आइबी/राज्य आइबी मुख्यालयों में 37 विभिन्न स्थानों से वर्चुअल माध्यम से सम्मेलन में भागीदारी करेंगे। सम्मेलन में अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, आइबी व सीबीआइ के निदेशक तीनों दिन भागीदारी करेंगे। सम्मेलन का मुख्य आयोजन डीजीपी मुख्यालय के नौवें तल पर हो रहा है। कार्यक्रम में 68 लोग अतिथि के रूप में मौजूद हैं।
उत्तर प्रदेश में पहली बार आयोजित हो रहे पुलिस महानिदेशकों (डीजीपी) और पुलिस महानिरीक्षकों (आइजी) के 56वें वार्षिक सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20 और 21 नवंबर को भागीदारी करेंगे। प्रधानमंत्री के साथ देश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी साइबर अपराध, आतंकवाद विरोधी चुनौतियों, वामपंथी उग्रवाद, मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम के नई तरीकों से लेकर जेल सुधार और पुलिस आधुनिकीकरण से जुड़े अन्य मुद्दों पर मंथन करेंगे। इसके साथ ही सम्मेलन में देश की आंतरिक सुरक्षा पर सिलसिलेवार चर्चा होगी।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 से डीजीपी सम्मेलन में गहरी रुचि ली है। वह इस सम्मेलन के सभी सत्रों में भाग लेकर स्वतंत्र और अनौपचारिक चर्चाओं को प्रोत्साहित करते रहे हैं। जिससे शीर्ष पुलिस अधिकारियों को देश को प्रभावित करने वाली प्रमुख नीतियों और आंतरिक सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर सीधे प्रधानमंत्री को जानकारी देने का बड़ा अवसर मिलता है। लखनऊ में पहली बार हो रहे सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए अतिथि गुरुवार शाम से ही पहुंच गए थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार रात करीब 8:45 बजे झांसी से लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचेंगे और राजभवन जाएंगे। 20 नवंबर की सुबह नौ बजे प्रधानमंत्री राजभवन से सड़क मार्ग से डीजीपी मुख्यालय पहुंचकर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। शाम सात बजे प्रधानमंत्री डीजीपी मुख्यालय से वापस राजभवन जाएंगे और रात आठ बजे वापस डीजीपी मुख्यालय पहुंचेंगे और रात्रिभोज में शामिल होंगे। 20 नवंबर की रात भी प्रधानमंत्री राजभवन में ठहरेंगे और 21 नवंबर की सुबह करीब 9:20 बजे डीजीपी मुख्यालय पहुंचकर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इसके बाद शाम करीब 4:10 बजे प्रधानमंत्री डीजीपी मुख्यालय से अमौसी एयरपोर्ट जाएंगे और वहां से दिल्ली रवाना होंगे।वर्ष 2014 से इस वार्षिक सम्मेलन का आयोजन दिल्ली के बाहर आरंभ किया गया है। पहले यह सम्मेलन परंपरागत रूप से दिल्ली में ही आयोजित होता था। बीते वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते डीजीपी सम्मेलन का वर्चुअल आयोजन हुआ था। इससे पूर्व वर्ष 2014 में गुवाहाटी, वर्ष 2015 में कच्छ, वर्ष 2016 में राष्ट्रीय पुलिस अकादमी हैदराबाद, वर्ष 2017 में बीएसएफ अकादमी टेकनपुर, वर्ष 2018 में केवडिय़ा और वर्ष 2019 में आइआइएसईआर, पुणे में डीजीपी सम्मेलन आयोजित हो चुका है।