विद्यालय की मान्यता बहाल करने की मांग, सपा कार्यकर्ताओं ने कमिश्नर को सौंपा ज्ञापन
एक वायरल वीडियो के आधार पर रद्द की गई ती विद्यालय की मान्यता
गोरखपुर। बांसगांव कोटिया मान सिंह में स्थित निजी विद्यालय डॉ. भीमराव अंबेडकर की मान्यता को बहाल करने के लिए सपा कार्यकर्ताओं ने बुधवार को कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा। बता दें कि एक वायरल वीडियो को लेकर विद्यालय के प्रबंधक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मान्यता रद्द कर दी गई थी।
रद्द हुई विद्यालय की मान्यता को लेकर समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी बुधवार को सपा कार्यकर्ताओं के साथ गोरखपुर के कमिश्नर कार्यालय पहुंचे। यहां कमिश्नर जयंत नॉर्लिकर को ज्ञापन सौंपकर रद्द की गई बांसगांव के कोटिया मानसिंह में स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर पूर्व माध्यमिक विद्यालय की मान्यता को फिर से बहाल करने की मांग की। उन्होंने कहा कि विद्यालय में लगभग 800 बच्चे शिक्षा लेते हैं, जिसमें अधिकतर बच्चे दलित समाज के हैं ,इसलिए उन बच्चों के भविष्य को देखते हुए विद्यालय की मान्यता फिर बहाल की जानी चाहिए।
बता दें कि बीते 23 मार्च से एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी वायरल हुआ। आनन-फानन में अधिकारियों ने वायरल वीडियो की जांच शुरू की तो पता चला कि गोरखपुर के बांसगांव तहसील के एक प्राइवेट स्कूल में प्रदेश सरकार के निर्देशों को तुगलकी फरमान बताने का काम किया जा रहा है। सैकड़ों बच्चों की भीड़ के बीच प्रबंधक ने जहां कोविड-19 के नियमों को ताक पर रखने की बात कर रहा है, तो वहीं एक अप्रैल से स्कूल खोलने की धमकी भी दे रहा है। केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ जहर उगलता ये प्रबंधक सैकड़ों बच्चों के बीच भाषण देता नजर आ रहा था। उसके इस कृत्य को जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से विद्यालय की मान्यता रद्द करने के आदेश दे थे।