उदयपुर हत्याकांड : मुस्लिम फेरीवालों से सामान खरीदा, तो लगेगा 5100 रुपए जुर्माना…ग्राम पंचायत का लेटर पैड वायरल
गुजरात के बनासकांठा के वाघासन गांव का एक लेटर पैड वायरल हो रहा है जिसमें यह कहा जा रहा है...
DESK : गुजरात के बनासकांठा के वाघासन गांव का एक लेटर पैड वायरल हो रहा है जिसमें यह कहा जा रहा है कि मुस्लिम फेरीवाले से सामान नहीं खरीदना चाहिए। इस पैड में यह भी कहा जा रहा है कि जो कोई भी इनसे सामान खरीदेगा उन्हें 5100 रुपए का जुर्माना देना होगा। इस सोशल मीडियो पोस्ट में पूर्व सरपंच माफीबेन पटेल के हस्ताक्षर और मोहर भी लगे है। पोस्ट के वायरल होने के बाद स्थानीय प्रशासन ने बयान जारी कर कहा है कि लेटर पैड के जरिए जो भी निर्देश दिया गया है वह अधिकारिक नहीं है और वे अब इस पर एक्शन भी ले रहे है।
भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से
बनासकांठा के वाघासन गांव से लेटर पैड पर निर्देश जारी कर मुस्लिम फेरीवालों से सामान नहीं खरीदने की बात कही गई है। बताया जा रहा है कि यह निर्देश उदयपुर में हुई टेलर कन्हैया लाल की हत्या के मद्देनजर दिया जा रहा है। वायरल सोशल मीडियो पोस्ट में लिखा है, ‘अगर कोई दुकानदार मुस्लिम व्यापारियों से सामान लेते हुए देखा गया तो उस पर 5100 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा और वो पैसा योगदान गोशाला को दिया जाएगा।’ इस लेटर पैड में 30 जून, 2022 की तारीख दी गई है और इसमें बकायदा पूर्व सरपंच के हस्ताक्षर और मोहर भी है। देखते ही देखते यह पोस्ट वायरल हो गया था और इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया भी आ रही है।
भोजपुरी ,हिन्दी ,गुजराती ,मराठी , राजस्थानी ,बंगाली ,उड़िया ,तमिल, तेलगु ,की भाषाओं की पूरी फिल्म देखने के लिए इस लिंक को क्लीक करे:-http://www.aaryaadigital.com/ आर्या डिजिटल OTT पर https://play.google.com/store/apps/de... लिंक को डाउनलोड करे गूगल प्ले स्टोर से
खबर के अनुसार, मामले में बोलते हुए बनासकांठा जिला विकास अधिकारी स्वप्निल खरे ने कहा उस लेटर पैड पर जिस शख्स का साइन है, उसके पास किसी भी आदेश को जारी करने का कोई अधिकार नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि पंचायत वर्तमान में एक प्रशासक के अधीन है और सरपंच पद के लिए चुनाव होना है। इस पर स्वप्निल खरे ने कहा, “प्रशासक ने एक स्पष्टीकरण जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि जारी किया गया पत्र निराधार है और किसी को भी इसका पालन करने की आवश्यकता नहीं है। अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”