दिल्ली। गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद बृहस्पतिवार को भी दिल्ली-एनसीआर में कड़ी सुरक्षा है। दिल्ली के विभिन्न इलाकों में पुलिस के जवान मुस्तैद हैं। इस बीच लाल किला के आसपास सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है। यहां चप्पे-चप्पे पर निगरानी की जा रही है। मंगलवार को किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस ने यह फैसला लिया है।
26 जनवरी के दिन ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टर रैली के संबंध में पुलिस के साथ समझौते को तोड़ने के लिए योगेंद्र यादव, बलदेव सिंह सिरसा, बलबीर एस राजेवाल सहित कम से कम 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी किए। उन्हें 3 दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है।
गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद बृहस्पतिवार को भी दिल्ली-एनसीआर में कड़ी सुरक्षा है। दिल्ली के विभिन्न इलाकों में पुलिस के जवान मुस्तैद हैं। इस बीच लाल किला के आसपास सुरक्षा बलों को तैनात कर दिया गया है। यहां चप्पे-चप्पे पर निगरानी की जा रही है। मंगलवार को किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस ने यह फैसला लिया है।
राजधानी में गणतंत्र दिवस पर हुए उपद्रव के चलते मंगलवार दोपहर को इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। पूरी रात इंटरनेट बंद रहा और बुधवार दोपहर को ही सेवाएं बहाल हो सकी। हालांकि इसके बाद भी काफी देर तक कई मोबाइल कंपनियों की इंटरनेट स्पीड कम रही।
इसको लेकर लोग तरह-तरह के ट्वीट भी करते रहे। राजधानी और आस-पास के शहरों में इंटरनेट सेवा बंद करने का मकसद यही था कि गलत और भ्रामक संदेश न फैलें, ताकि उपद्रव को शांति से नियंत्रित किया जा सके। इंटरनेट सेवाएं बाधित होने के चलते उन लोगों को समस्या का सामना करना पड़ा, जिनके पास वाई-फाई की सुविधा नहीं थी।