राजस्थान : पैदल मार्च में ऊंट, हाथी-घोड़े, ट्रैक्टर और बाइक पर मार्च करते दिखे कांग्रेस नेता
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और विधानसभा में मुख्य सचेतक महेश जोशी ने की पैदल मार्च की अगुवाई
राजस्थान। कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस ने शनिवार को राजस्थान के सभी जिला मुख्यालयों पर पैदल मार्च निकाला। कांग्रेस नेताओं ने पैदल मार्च निकालकर कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताते हुए केंद्र सरकार से इन्हे वापस लेने की मांग की। जिला मुख्यालयों पर प्रभारी मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पैदल मार्च में शामिल हुए। जयपुर में निकाले गए पैदल मार्च में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को शामिल होना था, लेकिन दोनों नहीं पहुंचे। इस कारण यहां पैदल मार्च की अगुवाई परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और विधानसभा में मुख्य सचेतक महेश जोशी ने की।
बताया जा रहा है कि NITI आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक के कारण सीएम नहीं आ सके। वहीं, डोटासरा सीकर दौरे पर हैं। राज्य कांग्रेस के आह्वान पर प्रत्येक जिला मुख्यालय में पार्टी द्वारा एक समान मार्च का आयोजन किया गया।
मार्च में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हाथ में कांग्रेस के झंडे और तख्तियां थामे हुए थे। इन पर कृषि कानून की वापसी के नारे लिखे थे। यह मार्च चांदपोल बाजार से छोटी चौपड़, त्रिपोलिया गेट, बाडी चौपड़, रामगंज चौपड़ , सूरजपोल अनाज मंडी से गलता गेट तक पहुंचा।
इस सदौराम मंत्री खाचरियावास ने कहा कि किसान आंदोलन में अब तक 200 से अधिक किसानों की मौत हो चुकी है। दो दर्जन से अधिक किसानों ने आत्महत्या की है। सुप्रीम कोर्ट ने कृषि कानूनों पर प्रतिबंध लगाने के बावजूद, भाजपा की मोदी सरकार इस कानून को देश के किसानों पर थोपना चाहती है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने पेट्रोल और डीजल महंगा करके, गैस सिलेंडर पर सब्सिडी खत्म करके, गैस सिलेंडर 200 रुपये बढ़ाकर देश की जनता की पीठ में खंजर घोंपा है।