बहुजनों ने ढूंढ लिया नया ठिकाना, बसपा को लगा बड़ा झटका ?
Uttar Pradesh: ड़ेढ़ दशक से भी ज्यादा समय से लगातार गिर रहे बहुजन समाज पार्टी के जनाधार को लेकर अब पार्टी के तमाम नेताओं ने बसपा से किनारा करना शुरू कर दिया है
Uttar Pradesh: ड़ेढ़ दशक से भी ज्यादा समय से लगातार गिर रहे बहुजन समाज पार्टी के जनाधार को लेकर अब पार्टी के तमाम नेताओं ने बसपा से किनारा करना शुरू कर दिया है वो कार्यकर्ता जो बसपा से दशकों तक जुड़े रहे अपने जीवन के 40-40 साल बहुजन मिशन को दिया पहले कांशीराम और बाद में मायावती के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे वो लोग भी अब ना केवल बसपा का साथ छोड़ रहे हैं बल्कि बसपा सुप्रिमों मायावती पर ऐसे आरोप लगा रहे हैं जो कि गंभीर हैं ये वही आरोप जो अक्सर उनके विरोधी उनके लगाते आए हैं
बसपा को लगा बड़ा झटका
जी हां दोस्तों खबर यूपी के अलीगढ़ से निकलकर सामने आई है जहां बसपा कार्यकर्ताओं में पार्टी को लेकर रोष इस वक्त चरम पर है साथियों उत्तर प्रदेश के 18 में दो मंडल आगरा.और अलीगढ़ ऐसे माने जाते हैं जहां दलितों की आबादी काफी ज्यादा संख्या में है और इतिहास इस बात की तस्दीक करता है कि जब जब भी इन मंडलो में दलितों ने एकजुट होकर किसी पार्टी को अपना समर्थन दिया है वहां उसका असर भी दिखा है लेकिन अब सूरते हाल कुछ और ही बयां कर रहा है बसपा के गढ़ माने जाने वाले आगरा और अलीगढ़ में बहुजन समाज लोग BSP छोड़कर चंद्रशेखर की आजाद समाज पार्टी की और जा रहे हैं
इस बानगी उस समय दिखी जब अलीगढ़ के सिविल लाइन के हैबिटेट सेंटर में बहुजन समाज के द्वारा चिंतन शिविर का आयोजन किया गया है इस कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने मायावती पर बहुजनों का साथ छोड़कर पैसे बटोरने के आरोप लगाया उन्होंने कहा कि बहुजनों ने हमेशा बहन कुमारी मायावती का साथ दिया लेकिन अब मायावती जी बहुजनों का साथ छोड़कर सिर्फ और सिर्फ पैसे बटोरने का काम कर रही हैंअब बहन जी ने पार्टी के पदाधिकारियों की और कोई ध्यान नही रखतीं और अब पार्टी में सिर्फ पैसा चलता है। अलीगढ़ में हुए इस कार्यक्रम में इस बात पर चिंतन हुआ कि अब आगे बहुजन समाज किधर की ओर अपना रुख करेगा.शिविर में जुड़े लोगों ने कई तरह के सुझाव दिये और उसमें एक सुझाव यह भी था कि अब दलितों को चंद्रशेकर को अपना समर्थन देना चाहिए.