गोरखपुर : लॉकडाउन बेअसर, सख्ती नहीं होने से सड़कों पर बढ़ी भीड़
लॉकडाउन में सड़क पर लोगों की बढ़ रही भीड़ को रोकने में नाकाम दिख रहा है पुलिस-प्रशासन
गोरखपुर। वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप को देखते हुए यूपी सरकार ने 17 मई तक कोरोना कर्फ्यू (लाकडाउन) की घोषणा की है। इस दौरान जरूरतमंदों और आश्वयक सेवाओं से जुड़े लोगों को ही सड़क पर निकलने की इजाजत है।
पुलिस के आलाधिकारी जुमे की नमाज भी घर में पढ़ने की अपील कर रहे हैं। लेकिन कोरोना काल में दूसरी लहर के हाहाकार के बीच लगे लॉकडाउन में सड़क पर लोगों की बढ़ रही भीड़ को रोकने में आलाधिकारी पूरी तरह से नाकाम दिख रहे हैं। सख्ती नहीं होने की वजह से सड़क पर भीड़ बढ़ती जा रही है। ऐसे में पुलिस और प्रशासनिक आलाधिकारियों की ये ढिलाई कोरोना महामारी को बढ़ा सकती है।
सड़क पर घूम रहे कुछ बेपरवाह लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने मास्क तक नहीं पहना है। यानी खुद पॉजिटिव हुए तो दूसरे को भी संक्रमण फैला सकते हैं। नहीं पॉजिटिव हैं, तो दूसरे के संपर्क में आकर संक्रमित हो सकते हैं। लेकिन, इसकी परवाह उन्हें नहीं है। इस बीच अधिकतर दुकानें बंद हैं। राशन और दवाईयों की दुकानें खुली है। हालांकि राजघाट एरिया के बसंतपुर और पाण्डेयहाता, उर्दू बाजार और रेती रोड पर पुलिस की सख्ती दिखाई दे रही है। लेकिन, इसके बावजूद अधिकतर सड़कों पर लोगों की आवाजाही कोरोना संक्रमण के फैलने के खतरे को और अधिक बढ़ा रही है।
गोरखपुर के एसएसपी दिनेश कुमार पी. ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के की वजह से 17 मई तक लॉकडाउन है। ऐसे में आवश्यक सेवाओं के लिए बाहर निकलने वालों को छूट है। इसके अलावा किराना और दवा की दुकानों को खोला गया है। अनावश्यक रूप से घर से निकलने की मनाही है। जिन्हें दवा या अन्य सामान लेने के लिए बाहर निकलना पड़ रहा है, उन्हें वेरिफाई करने के बाद जाने दिया जा रहा है। इसके अलावा लोगों से अपील की गई है कि वे जुमे की नमाज अपने घरों में ही पढ़ें। जो भी लोग बेवजह घर से बाहर निकल रहे हैं, उनका चालान किया जा रहा है।
रिपोर्ट- सचिन यादव