Andheri: एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर की पत्नी 38 वर्षीय साई कांबले के लिए हर दिन अस्तित्व की लड़ाई है, क्योंकि 2019 में उसके पति ने उसे कुछ कपड़े और कुछ बर्तन के साथ छोड़ दिया था। वह कभी-कभी उससे मिलने जाता था, हालांकि, वह उसे पैसे नहीं देता था।साईं काम्बले का आरोप है कि उसका पति न तो राशन घर मे लाता है और न ही उसे पहनने के लिए कपड़े देता है।उसे पड़ोसी लोगों मांग कर गुजारा करना पड़ रहा है। उनका यह भी आरोप है कि उनके पति सचिन कांबले शादी के बाद से ही 1 साल तक सही थे।बाद में मेरे साथ मारना पीटना शुरू किया। मेरे बेटे को छात्रावास में भेज दिया है।
पहले सचिन अंधेरी राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) स्टेशन में सेवारत थे और पालघर के पेल्हार पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित होने से पहले एमएचबी पुलिस क्वार्टर में रह रहे थे। महिला का आरोप था कि सचिन उसके साथ मारपीट करता था।साईं काम्बले ने उन पर किसी महिला से संबंध होने का भी आरोप लगाया।13 साल तक मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना सहने के बाद आखिरकार कांबले ने ट्विटर के जरिए अपनी आवाज उठाई और महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक से मदद मांगी।
सोमवार को एमएचबी पुलिस ने महिला का बयान दर्ज किया जहाँ महिला ने आरोप लगाया कि बयान लेने वाले अधिकारी ने मेरा बयान अलग तरीके से लिखा उसने इसकी शिकायत ट्विटर पर बड़े अधिकारियों को भेज दिया है। दर-दर भटक रही कांबले ने अपने पति के खिलाफ बोरीवली कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है।उसने यह भी कहा कि मेरे पति पालघर में रहने जा रहे है
साईं काम्बले का कहना है कि वह कम से कम हमे दो जून की रोटी और कपड़ा और इलाज के लिए खर्चे तो दे लेकिन वह भी नही देते मजबूरन हमे कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा।उसके बाद भी एमएचबी पुलिस से धमकी दी जा रही है।मेरा कुछ सुना भी नही जा रहा है।दो दिन डीसीपी साहब से मिलने गयी लेकिन वे नही थे।
इस संबंध में फरयादी की वकील मंजुला विश्वास ने कहा कि मैं यह केस वहाँ के रहने वालों के कहने पर फ्री में बिना कुछ लिए लड़ रही हूं।आज भी दोनों समझौता करके साथ रह सकटे है।मैने हमारे मुवक्किल की पती को समझाने की कोशिश की तो उन्होंने उल्टा मेरे ऊपर धमकाने का आरोप लगा दिया।हम यह मामला कोर्ट में लड़ रहे है लेकिन पुलिस वाले फरयादी का घर खाली कराकर उसको छत विहीन करने पर तुले हुए है।