आतंकियों ने संयुक्त राष्ट्र के काफिले पर किया हमला, इटली के दूत समेत तीन की मौत
इटली के राष्ट्रपति सर्जिया मटारेला ने पीडि़त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। विदेश मंत्री मंत्री लुइगी डि माओ ने कसम खाकर कहा कि इटानियंस को मारने के लिए कौन जिम्मेदार इसका जल्द ही पता लगाया जाएगा।
नई दिल्ली। इटली के विदेश मंत्रालय की तरफ से खबर आ रही है कि संयुक्त राष्ट्र के काफिले पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया है। इस हमले में इटली के दूत ल्यूका एतांनसियो और दो सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं। बता दें कि ये हमला संयुक्त राष्ट्र के काफिले में चल रहे इटली के दूत और सुरक्षाकर्मियों पर पूर्वी कांगों में किया गया। हमले से पहले आतंकियों ने पहले इनका अपहरण करने की कोशिश की, जब इसमें नाकाम रहे तो गोली मार दी।
वारदात कांगो की के शहर गोमा से कुछ किलोमीटर की दूर पर हुई। अभी यह जानकारी नहीं मिली है कि हमला किसने किया। अभी तक हमले की किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। विदेश मंत्रालय के अनुसार ल्यूका एंतानसियो संयुक्त राष्ट्र के एक मिशन के संबंध में जा रहे थे। तभी यह हमला किया गया। कांगो में आतंकियों के एक दर्जन से ज्यादा सशस्त्र ग्रुप सक्रिय हैं। जो विरुंगा, रवांडा और यूगांडा में सक्रिय रहते हैं। पिछले महीने ही घात लगाकर इन आतंकियों ने छह लोगों की हत्या कर दी थी।
खास बात यह है कि यह हमला उस जगह किया गया, जहां 2018 में अज्ञात सशस्त्र लोगों ने ब्रिटेन के दो नागरिकों का अपहरण कर लिया था। एक स्थानीय नागरिक समूह के अध्यक्ष मम्बो कैवे ने बताया कि वाहन में इटली के राजदूत समेत पांच लोग सवार थे। उन्होंने बताया कि गोली लगने से चालक की भी मौत हो गई है। अन्य दो घायल हैं। घायलों को नजदीक के यूएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि पिछले वर्ष कांगों में सशस्त्र समूहों के क्रूर हमले में 2000 से अधिक नागरिक मारे गए थे। उनके भय से कांगों में लाखों लोग विस्थापित हो गए हैं।
यूरोपीय संघ के विदेश नीति के प्रमुख जोसेप बोरेल ने इस घटना पर चिंता व्यक्त की है। बोरेल ने इटली और संयुक्त राष्ट्र के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। कांगो में यूरोपीय संघ के आयोग की प्रवक्ता नबीला मसराली ने कहा यह घटना बेहद चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि हम यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल के साथ संपर्क बनाए हुए हैं। इटली के राष्ट्रपति सर्जिया मटारेला ने पीडि़त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। विदेश मंत्री मंत्री लुइगी डि माओ ने कसम खाकर कहा कि इटानियंस को मारने के लिए कौन जिम्मेदार इसका जल्द ही पता लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस हमले के बारे में अभी कोई बृहद जानकारी नहीं मिली है।