गिर सकती है कई अधिकारियों पर गाज, मुरादनगर प्रकरण को लेकर सीएम योगी ने अधिकारियों को सुनाई खरी-खरी
"अफसरों की लापरवाही का परिणाम है मुरादनगर की घटना"
गाजियाबाद। मुरादनगर में रविवार दोपहर श्मशान घाट के प्रवेश द्वार के साथ बने गलियारे की छत गिरने से मलबे में दबकर 24 लोगों की मौत हो गई और 15 घायल हो गए। मामले में पुलिस ने अब तक ईओ निहारिका सिंह, जेई सीपी सिंह, सुपरवाइजर आशीष को गिरफ्तार कर लिया है। ठेकेदार अजय त्यागी व अन्य अज्ञात लोगों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। एसपी ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने यह जानकरी दी है।
वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ मामले को लेकर बेहद नाराज हैं। मुख्यमंत्री सोमवार को आयोजित बैठक में अधिकारियों का पर जमकर बरसे। घटना को अफसरों की गंभीर लापरवाही करार देते हुए सीएम योगी ने कहा कि इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं है। ऐसे अपराध करने वाले अफसरों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर मंडलीय समीक्षा बैठकों में अफसरों को साफ तौर पर यह निर्देश दिया जाए कि जिलों में हो रहे 50 लाख से अधिक की लागत के निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की जांच टास्क फोर्स गठित कर हर हाल में करवा ली जाए। मुरादनगर की घटना अफसरों की लापरवाही का परिणाम है।