DESK: दिल्ली में वायु प्रदूषण के खतरनाक हालात के बीच सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि यह सिर्फ राजधानी की नहीं, बल्कि पूरे उत्तर भारत की समस्या है। पंजाब के सीएम भगवंत मान के साथ शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह आरोप-प्रत्यारोप का समय नहीं है। उन्होंने पीएम मोदी से अपील की है कि वे आगे आकर इस पर ठोस कदम उठाएं। पंजाब में पराली जलाए जाने की घटनाओं को स्वीकार करते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मान सरकार को अभी छह महीने ही हुए हैं, अगले साल तक इस पर नियंत्रण कर लिया जाएगा।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में हवा काफी खराब हो गई है, प्रदूषण काफी ज्यादा हो गया है, लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। हालांकि, उन्होंने इसके साथ ही यूपी, बिहार, राजस्थान तक के कई शहरों के नाम गिनाते हुए कहा कि इन शहरों में भी हवा दिल्ली जितनी खराब है। उन्होंने कहा कि यह समस्या पूरे उत्तर भारत की है। जाहिर तौर पर सिर्फ आम आदमी पार्टी, अरविंद केजरीवाल, दिल्ली और पंजाब की सरकार जिम्मेदार नहीं है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पलूशन के कई कारण हैं। कई लोकल और रीजनल कारण है। एक राज्य की हवा एक राज्य में नहीं रहती, इधर से हवा उधर जाती है, उधर से इधर आती है। हम कई बार कह चुके हैं कि केंद्र सरकार को आगे आकर कदम उठाने होंगे ताकि पूरे उत्तर भारत को प्रदूषण से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को प्रदूषण के कारकों पर काम करना होगा। संयुक्त बैठक होनी चाहिए, एक्सपर्ट से सलाह मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीति से इसका समाधान नहीं निकलने वाला है। दिल्ली सीएम ने कहा, ”केजरीवाल को गाली देने से इसका समाधान निकलता हो तो निकाल लो, मिल बैठकर इसका समाधान करना होगा।”
दिल्ली के सीएम ने पंजाब सरकार का बचाव करते हुए कहा कि अभी भगवंत सरकार को छह महीने ही हुए हैं। केजरीवाल ने कहा कि पहले कुछ महीने लॉ एंड ऑर्डर को ठीक करने में लगे। उन्होंने कहा कि अगले साल इस तरह की तकलीफ नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कई कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे अगले साल तक पराली जलने की घटनाओं में कमी आ जाएगी। पंजाब के सीएम ने भी इस पर सहमति जताते हुए कहा कि पंजाब के किसान फसल चक्र बदलने को भी तैयार हैं, उन्हें इसमें मदद की जानी चाहिए।