लखनऊ-उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के गठन के लिए तीसरे चरण का मतदान रविवार को सात बजे से प्रारंभ हो गया है। माक पोलिंग से केन्द्रों पर पोलिंग पार्टियों ने ईवीएम को परखा इसके बाद सभी जगह पर मतदाताओं को प्रवेश दिया गया। मतदान में पहले घंटे में कई जगह पर ईवीएम में हल्की खराबी के बीच में लोगों ने गुलाबी ढंग का मजा लेते हुए मतदान किया।
केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने हमीरपुर और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव ने जालौन में किया मतदान- उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में तमाम दिग्गज भी मतदान कर रहे हैं। केन्द्र सरकार में मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने हमीरपुर में मतदान किया। उन्होंने हमीरपुर के श्री विद्या मंदिर इंटर कालेज में बने बूथ संख्या 122 में मतदान किया। उनके साथ नगर पालिका चैयरमैन कुलदीप निषाद भी मौजूद थे। भाजपा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने भी रविवार को मतदान किया। उन्होंने जालौन के उरई के उद्योग केंद्र पोलिंग बूथ पर अपने मत का प्रयोग किया।
जौनपुर: यूपी विधानसभा चुनाव Assembly Elections 2022 के लिए जनता दल यूनाइटेड ने जौनपुर जिले की 2 सीटों पर अपना प्रत्याशी घोषित किया है। इसमें पूर्व सांसद धनंजय सिंह को मल्हनी सीट से टिकट दिया है। वहीं मुंगरा बादशाहपुर सीट से राकेश पाटिल को प्रत्याशी बनाया गया है। चूंकि मुंगरा बादशाहपुर पटेल वोटरों का बाहुल्य इलाका है। इस नाते जनता दल यूनाइटेड ने इस सीट पर राकेश पटेल पर दांव आजमाया हैमल्हनी विधानसभा सीट से पूर्व सांसद धनंजय सिंह को जेडीयू का टिकट मिलने पर उन्होंने कहा कि जेडीयू से वह 2007 में विधायक रह चुके हैं। जेडीयू देश का बढ़िया राजनीतिक दल है। पिछले 18 सालों से इसकी बिहार में सरकार है। नीतीश ने गरीबों के लिए शानदार काम किया है। यह भाजपा के साथ एलायंस में है। इसकी एक विचारधारा है। इसलिए मैं उसके साथ हूं।
इस समय जौनपुर की राजनीति में धनंजय सिंह का जलवा कायम है। चाहे ब्लॉक प्रमुख का चुनाव रहा हो या फिर जिला पंचायत अध्यक्ष का। पूर्व सांसद धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला जिला पंचायत अध्यक्ष हैं और कई सीटों पर इनके ब्लॉक प्रमुख भी हैं। एमएलसी भी बृजेश सिंह प्रिंस और उनके सहयोगी हैं फिर एमएलसी का चुनाव होने वाला है। राजनीतिक जानकार कह रहे हैं उनकी जीत पक्की है।पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने 2002 में रारी विधानसभा से पहली बार विधानसभा निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद 2007 में नीतीश की पार्टी जेडीयू से चुनाव जीते। लेकिन एक साल बाद ही उन्होंने मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम लिया। 2009 के लोकसभा चुनाव में मायावती ने उन्हें टिकट दिया।पूर्व सांसद धनंजय सिंह लोकसभा पहुंचे। 2 साल के भीतर ही पूर्व सांसद धनंजय सिंह पार्टी से निकाल दिए गए। इसके बाद पूर्व सांसद धनंजय सिंह का सितारा फिर एक बार धूमिल हुआ और लगातार चुनाव हारते गए।
बरेली-पहले अराजकता, सत्ता प्रायोजित दंगे, अपराध व अराजकता का तांडव होता था।कोई अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करता था। 5 साल में भाजपा सरकार ने जो काम किया उससे न कोई दंगा, न महिलाओं व व्यापारियों का उत्पीड़न हुआ। यह बात पीलीभीत के पूरनपुर में जनसभा कर रहे मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ ने मंच से कही।इसके पहले उन्होंने कहा भाइयो बहनों मां गोमती के उद्गम स्थल व यहां के किसानों के परिश्रम से उर्वरक धरती पीलीभीत में आपका स्वागत करता हूँ आज फिर से पूरनपुर के मतदाता भाइयों बहनों का आभार व्यक्त करने आया हूँ।
पांच साल पहले पूरनपुर और प्रदेश में क्या होता था यह किसी से छिपा नहीं है। कर्फ्यू का स्थान कांवड़ यात्रा ने ले लिया है।विकास के पथ पर हमारा पीलीभीत बढ़ रहा है।पीलीभीत को मेडिकल कालेज मिल रहा है तो दशकों पुराना सपना पूरा हो रहा है।विधायक बाबूराम पासवान के अनुरोध पर रामलला मैदान आपको दिया है। अगली बार इसका सुंदरीकरण और बेहतर करेंगे।पिछली सरकारों में अन्नदाता आत्महत्या करता, किसान भूख से मरता था, व्यापारी तबाह था, नौजवान बेरोजगार था।
चारों ओर अराजकता का माहौल 2017 से पहले था। अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट में शामिल अपराधियों में उत्तर प्रदेश के भी कुछ आतंकवादी थे।उनमें से कुछ सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ संबंधित हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूछा यही नई सपा है, नई हवा है।सपा सरकार ने दर्जन भर आतंकी मुकदमों को वापस लिया।किसी ने अयोध्या, किसी ने बजरंगबली, किसी ने बिजनौर, लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर में आतंकी हमले किये।इनकी पैरवी सपा सरकार करती थी। कल के न्यायालय के फैसले से साबित हो गया कि सपा आतंकवादियों को समर्थन देती थी
अयोध्या- उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान वाले क्षेत्र अयोध्या के गोसाईगंज दबंगों के आमने-समाने आने के बाद से झड़प तथा फायरिंग भी होने लगी। गोसाईगंज में शुक्रवार देर रात समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अभय सिंह तथा भाजपा प्रत्याशी आरती तिवारी के समर्थकों के बीच फायरिंग के मामले में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अभय सिंह को पुलिस ने सुबह उसके आवास से गिरफ्तार कर लिया है। महाराजगंज पुलिस ने गोसाईगंज से सपा प्रत्याशी व पूर्व विधायक अभय सिंह को उनके आवास राजेपुर से गिरफ्तार किया। अभय सिंह के चार समर्थक को भी गिरफ्तार किया है। पूर्व विधायक अभय सिंह की दंबगई इस क्षेत्र में काफी लम्बे समय से कायम है। अयोध्या के गोसाईगंज में कल देर रात समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी व पूर्व विधायक अभय सिंह के समर्थक तथा भाजपा प्रत्याशी आरती तिवारी के समर्थकों के बीच झड़प तथा फायरिंग के मामले में पुलिस ने शनिवार को सुबह गोसाईगंज से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी व पूर्व विधायक अभय सिंह के साथ पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। अयोध्या के सबसे संवेदनशील माने जाने वाले गोसाईगंज विधानसभा में शुक्रवार रात दो बाहुबलियों के बीच राजनीतिक वर्चस्व को लेकर ऐसी भिड़ंत हुई कि पथराव के बाद फायरिंग भी होने लगी। इस दौरान कई वाहनों को भी क्षति पहुंचाई गई तो थाने में भी पथराव हुआ।
अभय सिंह और उनके सहयोगियों पर भाजपा प्रत्याशी आरती तिवारी के समर्थकों के वाहन के काफिले पर फायरिंग का आरोप है। कल देर रात कबीरपुर चौराहे पर भाजपा प्रत्याशी के समर्थकों ने सपा समर्थकों पर हमले का आरोप लगाया था। इसके बाद सपा प्रत्याशी अभय सिंह के समर्थकों ने महराजगंज थाने में पथराव किया था। इस पथराव का वीडियो सामने आने के बाद आज सुबह पुलिस ने अभय सिंह को समर्थकों के साथ गिरफ्तार किया है। इस मामले में एसएसपी शैलेश पांडे ने बताया कि दोनों ही पार्टी के प्रत्याशियों ने एक दूसरे पर पथराव और फायरिंग का आरोप लगाया है। किसी भी व्यक्ति के घायल होने की कोई सूचना नहीं है।
महाराजगंज थाना क्षेत्र के कबीरपुर गांव में शुक्रवार देर रात सपा प्रत्याशी अभय सिंह और भाजपा प्रत्याशी आरती तिवारी के समर्थक विकास सिंह मौजूद थे। इसी दौरान दोनों पक्षों में वाद विवाद हो गया और बात फायरिंग तक जा पहुंची। इस घटना में किसी के घायल होने की खबर नहीं है, लेकिन लगभग आधा दर्जन गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई हैं जिनमें दोनों पक्षों के वाहन शामिल हैं। सपा प्रत्याशी अभय सिंह का आरोप है कि सत्तापक्ष से जुड़े हुए लोगों ने उनके वाहनों पर हमला किया है। वहीं दूसरी तरफ इस पूरे मामले पर भाजपा प्रत्याशी के समर्थक मया ब्लाक प्रमुख कप्तान सिंह ने आरोप लगाया है कि उनके साथी विकास सिंह पर हमला करने की सूचना जब उन्हें मिली तब अपने वाहन से थाना महाराजगंज पुलिस से शिकायत करने आ रहे थे। इसी बीच सपा समर्थकों ने उनके वाहन में तोड़फोड़ की और उनके साथ अभद्रता की।
गोसाईगंज विधानसभा के कबीरपुर गांव में सपा-भाजपा समर्थकों के बीच पथराव और फायरिंग के मामले को लेकर महाराजगंज थाने में शिकायत लेकर पहुंचे सपाइयों पर थाने के ऊपर पथराव करने का आरोप लगा है। मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर दोनों पक्षों के लोग थाने के बाहर मौजूद थे। इसी दौरान कार्रवाई न होने का आरोप लगाकर सपा समर्थकों ने थाने में पथराव कर दिया। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर थाने के बाहर मौजूद भीड़ को खदेड़ दिया।गौरतलब है अयोध्या की हाई प्रोफाइल गोसाईगंज विधानसभा सीट पर दो दबंग छवि के नेता आमने-सामने हैं। समाजवादी पार्टी से अभय सिंह प्रत्याशी हैं। भाजपा से इस बार एक मामले में जेल में निरूद्ध चल रहे गोसाईगंज से पूर्व विधायक इंद्र प्रताप तिवारी खब्बू की पत्नी आरती तिवारी प्रत्याशी हैं। दोनों ही प्रत्याशियों के समर्थकों में तनाव है
उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव सात चरणों में हो रहे हैं और दो चरणों का चुनाव हो चुका है और 20 फरवरी को तीसरे चरण का चुनाव होना है. राज्य के 16 जिलों की 59 सीटों पर रविवार को मतदान होगा और इसके लिए शुक्रवार शाम से प्रचार खत्म हो जाएगा. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि इस चरण में हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, कासगंज, मैनपुरी, कन्नौज, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, फर्रुखाबाद, कानपुर नगर, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर महोबा में मतदान होगा.
फिलहाल तीसरे चरण के लिए प्रचार के लिए सियासी दलों ने प्रचार तेज कर दिया है. क्योंकि तीसरे चरण के लिए आज शाम को चुनाव प्रचार खत्म हो जाएगा. इस चरण में 16 जिलों की 59 सीटों पर 20 फरवरी को मतदान होगा. इस चरण में कई जिले ऐसे हैं, जिन्हें कभी समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता था, लेकिन पिछले चुनावों में बीजेपी ने यहां भारी सेंध लगाई और 59 में से 49 सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन इस बार समाजवादी पार्टी फिर से अपने हारे हुए गढ़ में जीत दर्ज करना चाहती है. पिछले विधानसभा चुनाव में इन जिलों में एसपी-कांग्रेस गठबंधन को 9 सीटें मिली थीं.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि रविवार को 16 जिलों की 59 सीटों पर मतदान होगा और इसके लिए शुक्रवार शाम 6 बजे चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी जाएगी. इस चरण में हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, इटावा, मैनपुरी, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर और महोबा में चुनाव होंगे. फिलहाल मतदान के लिए सभी तरह की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. गौरतलब है कि राज्य में अभी तक चुनाव शांति के साथ संपन्न हुए हैं.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव UP Assembly Elections के लिए समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) लगातार चुनाव आयोग (Election Commission) को पत्र लिख रहा है. पिछले दिनों ही एसपी ने राज्य मतदान की गड़बड़ियों को लेकर आयोग को पत्र लिखा था. वहीं अब पार्टी ने जौनपुर में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए आयोग से अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात करने की मांग की है. हालांकि इससे पहले भी एसपी राज्य के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी को हटाने की मांग कर चुकी है.
राज्य में दो चरण के मतदान हो चुके हैं और इन दोनों चरणों में समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से कई तरह की शिकायतें की है. पार्टी ने आयोग से फर्जी मतदान को लेकर शिकायत की और भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया कि वह मतदान में गड़बड़ी कर रही है. वहीं पार्टी ने चुनाव में तैनात अफसर और कर्मचारियों पर राज्य की सत्ताधारी बीजेपी के पक्ष में मतदान का आरोप लगाया था. वहीं अब पार्टी ने जौनपुर में विधानसभा चुनाव को लेकर पत्र लिखा है. पार्टी का कहना है कि जिले में निष्पक्ष और स्वतंत्र मतदान कराने कराने के लिए वहां पर अतिरिक्त फोर्स की जरूरत है. ताकि चुनाव में किसी भी तरह की गड़बड़ी ना हो. पार्टी ने इसके लिए चुनाव आयोग से अतिरिक्त फोर्स लगाने की मांग की है
हालांकि राज्य में समाजवादी पार्टी लगातार चुनाव आयोग को पत्र लिखकर दबाव बना रही है और पिछले दिनों ही पार्टी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार और एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश को हटाने की मांग की थी. पार्टी ने लिखे पत्र में कहा था कि अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार और एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश बीजेपी कार्यकर्ताओं की तरह व्यवहार कर रहे हैं. इसके साथ ही समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर शिकायत की थी कि राज्य में आदर्श आचार संहिता का सख्ती से पालन नहीं किया जा रहा है और राज्य में गुजरात सहित अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में बाहरी लोग यूपी आए हैं. ये लोग लोग अलग-अलग जिलों की विधानसभा में चुनाव को प्रभावित कर रहे हैं और इन लोगों पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए
बुधवार को जौनपुर के मल्हनी सीट से जदयू (जनता दल यूनाइटेड) प्रत्याशी पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने दो सेट में अपना नामांकन दाखिल किया। वहीं वाराणसी की सेवापुरी विधानसभा सीट से सपा-सुभासपा गठबंधन के उम्मीदवार पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह पटेल समेत कई दिग्गजों ने भी नामांकन पर्चा भरा।
जौनपुर- पूर्व सांसद मल्हनी विधानसभा क्षेत्र से जद यू से दावेदार धनंजय सिंह ने मंगलवार को दोपहर में नगर के एक होटल में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अखिलेश यादव गलत ट्वीट कर रहे हैं। मेरे ऊपर कोई इनाम नहीं है। अपनी सफाई देते हुए कहा कि मैं 25 हजार का इनामिया व फरार नहीं हूं। मेरा इनाम कोर्ट ने समाप्त कर दिया है। एसटीएफ जांच कर रही है। मेरे ऊपर जो धाराएं हैं वह जमानती हैं। फरार व इनामी जो कहा जा रहा है या अखिलेश का जो ट्वीट है वह पूरी तरह से गलत है।
दरअसल बीते दिनों समाजवादी पार्टी की ओर से मल्हनी विधानसभा में चुनाव प्रचार करते धनंजय सिंह की कई तस्वीरें जारी कर उनपर आपराधिक मामला होने के बाद भी चुनाव प्रचार करने को लेकर पुलिस और प्रदेश सरकार को कठघरे में रखने की कोशिश की थी। इसके बाद पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने मंगलवार को समाजवादी पार्टी के द्वारा किए जा रहे गलत दावों और आरोपों को लेकर प्रेस वार्ता कर अखिलेश पर गलत ट्वीट करने का आरोप लगाते हुए खुद पर जांच और अदालत द्वारा दिए गए राहत को लेकर स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर खुद की छवि को खराब करने की कोशिश करने का आरोप भी प्रेसवार्ता के दौरान लगाया।
बताते चलें कि मल्हनी विधानसभा से राजग के घटक जनता दल (यू) ने इस सीट से पूर्व सांसद धनंजय सिंह को इस बार टिकट दिया है। यूपी में सीटों को लेकर तालमेल न होने पर जदयू ने पहले ही ऐलान कर दिया था कि वह कुछ सीटों पर उम्मीदवार खड़े करेगी। इसी कड़ी में मल्हनी विधानसभा से पूर्व सांसद धनंजय सिंह को उम्मीदवार बनाया गया है। वर्ष 1998 में सर्रोई (भदोही) में हुए मुठभेड़ से चर्चा में आने के बाद राजनीति में कदम रखने वाले धनंजय सिंह के चुनावी मैदान में उतरने से मुकाबला और दिलचस्प हो गया है।
वर्ष 2012 में अस्तित्व में आने से पूर्व सीट रारी के नाम से जानी जाती थी। साल 2002 में लोजपा समर्थित निर्दल प्रत्याशी और वर्ष 2007 में लगातार दूसरी बार जदयू के समर्थन से वह चुनाव जीते थे। वर्ष 2009 में बसपा के टिकट पर जौनपुर सीट से वह सांसद भी बने। इस्तीफे से रिक्त हुए सीट के उपचुनाव में बसपा के टिकट पर पिता राजदेव सिंह को विधायक निर्वाचित कराया। वर्ष 2012 में जेल में रहते हुए पत्नी डा. जागृति सिंह को निर्दल उतारा। जहां परिणाम में वह दूसरे नंबर पर रहीं। वर्ष 2017 में पूर्व सांसद धनंजय सिंह को हार का सामना करना पड़ा था।
फतेहपुर- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि सारे वाद और विवाद एक तरफ और राष्ट्रवाद एक तरफ, यूपी के लोगों ने ठान लिया है कि होली आने से पहले दस मार्च को ही रंगों की होली धूमधाम से विजय की होली मना लेंगे। फतेहपुर बुंदेलखंड के क्षेत्र में पराक्रम और वीरता यहां के लोगों के नसों और खून में है। देश का सामर्थ्य बढ़ता देखकर यहां के लोगों का उत्साह बढ़ता है। लेकिन, यूपी के घोर परिवारवादी हैं, उन्हें देश का पराक्रम कभी नहीं अच्छा लगा। देश कुछ भी अच्छा करता है ये परिवारवादी उसपर सवाल उठाते हैं। वह फतेहपुर के बहुआ रोड पर एफसीआई के पास मैदान में जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कोरोना ने दो साल में अपनी चपेट में लिया है और मानवता को संकट में डाला है। ऐसी भयंकर महामारी के बीच एक एक जीवन बचाने के लिए दो साल से काम कर रहे हैं कोशिश कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी सरकार में आपके आशीर्वाद से हमे देश की सेवा करने का मौका मिला है, ये भाजपा सरकार देश को मुफ्त टीका लगा रही है, वैक्सीनेशन हो रहा है। घर घर एक एक व्यक्ति को सभी डोज मिल जाए इसके लिए पूरी मेहनत करती है। संकट से आपको रक्षा कवच दिया है, सच्चे अर्थ में मानवता की जिंदगी बचाने का काम किया है। लेकिन, ये परिवारवादी क्या बोल रहे हैं कि ये तो भाजपा का टीका है। अरे ये तो कोरोना से बचने का टीका है, जब यूपी के लोगों ने इनकी बात अनसुनी कर दी, कभी कभी तो लगता है कि टीके से दो लोग डरते हैं, पहला कोराना वायरस और दूसरे टीका विरोधी लोग। रिकार्ड वैक्सीन लगवा दी तो अब ये क्या शुरू किया है कि सरकार ये टीके के पीछे इतना खर्चा क्यों कर रही है। आपकी जिंदगी बचेगी तो मुझे खुशी होगी, आप लोगों ने इतना प्यार दिया सम्मान दिया और पद दिया, मुझे आप लोगों के लिए काम करते रहना है। ये परिवारवादी को टीके से भी समस्या, मोदी से भी समस्या और योगी से भी समस्या।
कहा, दशकों तक घोर परिवारवादी सत्ता में आए, इन्होंने छोटे किसानों के लिए कुछ किया। किसानों के नाम पर झूठी घोषणाएं करके अपने रिश्तेदार और परिवारवादियों की तिजोरियां भरी हैं। फतेहपुर के बहुआ रोड के एफसीआई के पास मैदान में फतेहपुर-बांदा और रायबरेली समेत 11 विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा की जीत के लिए माहौल बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंच पर पहुंच गए और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने स्वागत किया। वहीं भाजपा नेताओं ने भारत माता के जयकारे लगाकर उनका स्वागत किया।
फिरोजाबाद जनपद की शिकोहाबाद सीट पर गुरुवार दोपहर जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि पहले दो चरणों के मतदान में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया है। भारतीय जनता पार्टी की 300 प्लस सीटें रहेंगे। उन्होंने कहा कि शिकोहाबाद वालों को हाथ जोड़कर प्रणाम करता हूं। जहां भी नजर जाती हैं मुंड ही मुंड नजर आते हैं। मैं भगवान कृष्ण को प्रणाम करता हूं। इसी जगह जरासंध को पराजित किया। यहां जैन और हिंदू एकता का प्रतीक है। वीर सेनानी काली चरण गुप्ता शहीद हेम सिंह को प्रणाम करता हूं।
जनसभा में अमित शाह ने कहा कि पहले और दूसरे चरण में सपा का सूपड़ा साफ हो गया है। 300 से ज्यादा सीटों के साथ भाजपा की सरकार बन रही है, आप एक बार फिर जिता दीजिए। उन्होंने कहा कि हम ने गरीब कल्याण के लिए ढेर सारे काम किए। 2014 में मोदीजी ने कहा था कि ये गरीब पिछड़ों की सरकार है। मोदी जी ने योगी जी को भेजा और घर घर योजनाएं पहुंची। उन्होंने कहा कि एक करोड़ 67 लाख लोगों को गैस कनेक्शन मोदी जी ने दिया। योगी जी ने दो करोड़ से ज्यादा घर दिए। सपा सरकार में बिजली रानी आती थी क्या, अखिलेश कहते हैं कि 200 यूनिट बिजली फ्री देंगे। हम कहते है कि आप फ्री की बात करते हो आप तो बिजली भी नहीं दे पाते थे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा अखिलेश यादव कोरोना वायरस से बचाव की वैक्सीन को लगवाने के लिए सबको मना करते थे और बाद में खुद ने कोरोना का टीका लगवा लिया। 130 करोड़ लोगों को मोदी जी ने टीका लगवा कर तीसरी लहर से बचाया। कोरोना काल में मोदी जी ने दो करोड़ लोगो को मुफ्त राशन दिया। योगी जी ने दलहन और तेल दिया। पांच साल एक और मौका दे दीजिए। पांच साल तक यूपी के किसान को बिजली नहीं भरना है। जो बेटी 12 पास करेगी उसे स्कूटी देंगे। बेटे बेटियों को लैपटॉप दिए जायेंगे। योगी सरकार बनने के बाद कोई माफिया है क्या। योगी जी ने सभी को जेल में डालने का काम किया। यहां यदि कोई बली है तो बजरंग बली हैं। मोदी जी ने देश को सुरक्षित करने का काम किया। दस साल तक सपा बसपा ने समर्थन देकर कांग्रेस की सरकार चलाई। पाकिस्तान से आकर आतंकी जवानों के सिर काटकर ले जाते थे। सरकार कुछ नहीं करती थी। पुलवामा के बाद मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक कर घर में घुसकर मारा। दुनिया को संदेश दिया कि सीमा और सेना पर कोई आंख नहीं दिखा सकता है। 70 साल बाद मोदी जी ने कश्मीर से धारा 370 हटा दी। अखिलेश यादव कहते थे कि 370 हटी तो खून की नदिया बहेंगी, मगर एक कंकड़ तक नहीं चला। सपा की सरकार में जातियों का भला होता था।
अमित शाह ने कहा कि सपा का मतलब संपत्ति इकट्ठा करना और परिवार का भला करना। कानपुर में समाजवादी इत्र वाले के यहां रेड पड़ी तो इतने नोट मिले कि मंच भर गया। क्या ऐसा धन जब्त करना चाहिए या नहीं। अखिलेश का मंत्र है धन इकट्ठा करो और विदेश में वेकेशन करो। भाजपा का मंत्र है कि धन इकट्ठा करो और गरीब कल्याण मैं खर्च करो।