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दो दिनों से देश में लगातार बढ़ रहे हैं कोरोना के नए मामले

भारत में पिछले दो दिनों से कोरोना के मामले लगातार बढ़ रह हैं। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटों के दौरान 41,806 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ देश में कोरोना के कुल पॉजिटिव मामलों की संख्या बढ़कर 3,09,87,880 हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटों के दौरान 581 मरीजों की मौत हुई है। इसके बाद देश में कुल मौतों की संख्‍या बढ़कर 4,11,989 हो गई है। इस दौरान 39,130 मरीज डिस्चार्ज भी हुए हैं जिसके बाद इनकी संख्‍या बढ़कर 3,01,43,850 हुई। बढ़ते मामलों के बीच एक अच्‍छी खबर ये भी है कि देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या लगातार दूसरे 5 लाख के नीचे ही बनी हुई है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के मुताबिक देश में एक्टिव मामले 4,32,041 हैं।

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आपको यहांं पर बता दें कि देश में 12 जुलाई को कोरोना के 31443 नए मामले सामने आए थे और 13 जुलाइ्र को ये मामले बढ़कर 38792 हो गए थे। इस दिन देशभर में 624 कोरोना मरीजों की मौत भी हुई थी। बता दें कि 12 जुलाई को सामने आए मामले 108 दिनों में सबसे कम थे। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय द्वारा दी गई ताजा जानकारी के मुताबिक देश में ठीक होने वाले मरीजों की दर करीब 97.28 तक पहुंच गई है। वहीं सप्‍ताह के दौरान पॉजिटिविटी रेट 5 फीसद से घटकर 2.21 तक आ गया है वहीं यदि रोजाना के पॉजिटिविटी रेट की बात करें तो ये 2.15 फीसद है, जो लगातार 24वें दिन 3 फीसद से नीचे रहा है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने बताया कि देश में 43.80। लोगों के टेस्‍ट किए गए हैं।

 

गौरतलब है कि देश में बढ़ते मामलों की वजह से देश में तीसरी लहर के आने की आशंका तेज हो गई है। हालांकि सरकार या अन्‍य विशेषज्ञों की तरफ से इसको लेकर कुछ नहीं कहा गया है। आपको बता दें कि कुछ समय पहले ही अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर चेतावनी दी थी। उनका कहना था कि लॉकडाउन के खत्‍म होने के बाद से लोग लापरवाह हो रहे हैं। उनके मुताबिक लोगों ने मुंह पर मास्‍क लगाना संबंधी जरूरी नियमों को ताक पर रख दिया है, जो तीसरी लहर के आने की संभावना को बढ़ सकते हैं। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय द्वारा दी गई ताजा जानकारी के मुताबिक देश में ठीक होने वाले मरीजों की दर करीब 97.28 तक पहुंच गई है। वहीं सप्‍ताह के दौरान पॉजिटिविटी रेट 5 फीसद से घटकर 2.21 तक आ गया है वहीं यदि रोजाना के पॉजिटिविटी रेट की बात करें तो ये 2.15 फीसद है, जो लगातार 24वें दिन 3 फीसद से नीचे रहा है। स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने बताया कि देश में 43.80। लोगों के टेस्‍ट किए गए हैं।

गौरतलब है कि देश में बढ़ते मामलों की वजह से देश में तीसरी लहर के आने की आशंका तेज हो गई है। हालांकि सरकार या अन्‍य विशेषज्ञों की तरफ से इसको लेकर कुछ नहीं कहा गया है। आपको बता दें कि कुछ समय पहले ही अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर चेतावनी दी थी। उनका कहना था कि लॉकडाउन के खत्‍म होने के बाद से लोग लापरवाह हो रहे हैं। उनके मुताबिक लोगों ने मुंह पर मास्‍क लगाना संबंधी जरूरी नियमों को ताक पर रख दिया है, जो तीसरी लहर के आने की संभावना को बढ़ सकते हैं।

जिलाधिकारियों के साथ PMMODI ने किया संवाद, वैक्सीन की बर्बादी को लेकर कही ये बात

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से देश के 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उन राज्यों के 54 जिलाधिकारियों से बात की। बातचीत को दौरान पीएम मोदी ने दवाओं की कालाबाज़ारी और कोरोना वैक्सीन की बर्बादी को लेकर बड़ा बयान दिया।

प्रधानमंत्रक्षी मोदी ने कहा कि एक विषय वैक्सीन वेस्टेज का भी है। एक भी वैक्सीन की वेस्टेज का मतलब है, किसी एक जीवन को जरूरी सुरक्षा कवच नहीं दे पाना। इसलिए वैक्सीन वेस्टेज रोकना जरूरी है। पीएम मोदी ने कहा कि  वैक्सीन की बर्बादी रोकना बहुत ज़रूरी है। दूसरी लहर के बीच कोरोना वेरिएंट की कारण अब युवाओं और बच्चों के लिए ज्यादा चिंता जताई जा रही है। हमें अधिक तैयार रहना होगा। अपने ज़िले में युवाओं और बच्चों में होने वाले संक्रमण के आंकड़े इकट्ठा कर उस पर विश्लेषण करिए।

उन्होंने कहा कि बीते कुछ समय से देश में एक्टिव केस कम होना शुरू हुए हैं, लेकिन आपने इन डेढ़ सालों में ये अनुभव किया है कि जब तक ये संक्रमण माइनर सस्केल पर भी मौजूद है, तब तक चुनौती बनी रहती है. अगर अधिकारी स्थानीय स्तर पर गांवों में संवाद करेंगे तो लोगों में विश्वास पैदा होगा.

पीएम मोदी ने कहा कि एक्टिव केस की संख्या कम होने के बाद भी टेस्टिंग और अन्य गाइडलाइन्स का पालन करना ज़रूरी है. पीएम मोदी ने कहा कि अब वैक्सीन सप्लाई की जानकारी एडवांस मिल रही है, इससे टीकाकरण के अभियान में कुछ आसानी होगी. पीएम ने कहा कि कोरोना वायरस लगातार रूप बदलता है, ऐसे में हमें इससे निपटने के तरीकों को बदलना होगा।

राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को अगले 3 दिनों में मिलेगी वैक्सीन की 19 लाख से अधिक खुराक

नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा अब तक 16.33 करोड़ से अधिक कोरोना वैक्सीन की खुराक राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेशों को निःशुल्क मुहैया कराई गई। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अगले 3 दिनों में लगभग 20 लाख (19,81,110) अन्य कोरोना वैक्सीन खुराक भेजी जाएंगी।

भारत सरकार द्वारा राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अब तक कोविड रोधी टीके की 16.33 करोड़ से अधिक ख़ुराकें निशुल्क उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास इस समय टीके की 1 करोड़ से अधिक ख़ुराकें उपलब्ध कराई जाने के साथ ही अगले 3 दिनों में राज्यों/केंद्र शासित क्षेत्रों को 19 लाख से अधिक खुराक मुहैया कराई जाएंगी।

कोविड से मुकाबले में टीकाकरण भारत सरकार की 5 बिन्दु की रणनीति का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। अन्य चार बिन्दुओं में टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट और कोविड उपयुक्त व्यवहार शामिल हैं। भारत सरकार कोविड-19 महामारी का पूरी दृढ़ता के साथ मुकाबला कर रही है। कोविड-19 की महामारी से निपटने और इसके बेहतर प्रबंधन के लिए केंद्र सरकार पूरी सक्रियता और तत्परता के साथ कई कदम उठा ही है।

भारत सरकार द्वारा राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को अब तक कोविड रोधी टीके की लगभग 16.33 करोड़ ख़ुराकें (16,33,85,030) निःशुल्क उपलब्ध कराई गई हैं। यह आंकड़े आज सुबह 8 बजे तक के हैं।इसमें से बर्बादी सहित कुल 15,33,56,503 ख़ुराकों का उपयोग किया जा चुका है।

राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के पास इस समय कोविड रोधी टीके की एक करोड़ से अधिक (1,00,28,527) ख़ुराकें उपलब्ध हैं, जिनका इस्तेमाल किया जाना है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अगले 3 दिनों में लगभग 20 लाख (19,81,110) अतिरिक्त खुराकों की आपूर्ति की जाएगी।

 

भारत बायोटेक ने घटाई कीमत, अब 400 रुपये में मिलेगी Covaxin

नई दिल्ली। भारत बायोटेक ने बृहस्पतिवार को ‘कोवैक्सीन’ की कीमत घटा दी है। वह अब यह वैक्सीन राज्यों को 600 रुपये की जगह 400 रुपये में देगी।

इससे पहले ‘भारत बायोटेक’ कंपनी ने शनिवार को बताया था कि वह अपने कोविड-19 टीके ‘कोवैक्सीन’ को राज्य सरकारों को प्रति खुराक 600 रुपये और निजी अस्पतालों को प्रति खुराक 1,200 रुपये में उपलब्ध करायेगी। जिसके बाद केंद्र सरकार ने सोमवार को सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक से कहा था कि वे अपने कोविड-19 टीकों की कीमत कम करें।

 

मुख्यमंत्री केजरीवाल का बड़ा फैसला, 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को फ्री में लगाई जाएगी कोरोना वैक्सीन

नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देख सोमवार को केजरीवाल सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। दिल्ली सरकार ने निर्णय लिया है कि 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को फ्री में कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। यह जानकारी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 1.34 करोड़ कोरोना वैक्सीन का ऑर्डर दे दिया है। दिल्ली में 1 मई से टीकाकरण का काम युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया जाएगा। इस दौरान उन्होंने कोरोना वैक्सीन की अलग-अलग कीमत तय किए जाने के मुद्दे पर भी सवाल उठाए।

सीएम केजरीवाल ने कहा कि इस महामारी में हमने देखा है कि 18 साल से कम उम्र के जवान और बच्चे भी बहुत संक्रमित हो रहे हैं।  अब उनके लिए भी सोचने का समय आ गया है कि ये वैक्सीन उनको भी लगाई जा सकती हैं।

 

डॉ. हर्षवर्धन ने मनमोहन सिंह के पत्र का दिया जवाब, कहा- आपकी पार्टी में आपके जैसी सोच वाले नेता कम हैं

नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री की चिट्ठी पर अब केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्‍होंने कहा है कि ऐसे असाधारण समय में अगर कांग्रेस के नेता मनमोहन सिंह के बेशकीमती सुझाव मान लें और आपसी सहयोग बनाकर रखें तो अच्‍छी बात होगी।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि दुनियाभर में भारत की वैक्सीन की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। यहां महामारी के खिलाफ 2 वैक्सीन है और यह भारत के लिए गर्व का विषय है, लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने वैज्ञानिकों की तारीफ में एक शब्द तक नहीं बोले। यह दर्शाता है कि पार्टी में शीर्ष पर बैठे लोगों का नजरिया कैसा है। बता दें कि भारत में 15 अप्रैल तक 10 करोड़ लोगों को सिंगल डोज वैक्सीन लग चुकी है। जबकि करीब डेढ करोड़ लोगों को दोनों डोज दी जा चुकी है। भारत में औसतन हर दिन 30 लाख वैक्सीन की डोज दी जा रही है।

ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी को लिखा पत्र, मांगी कोरोना वैक्सीन की 5.4 करोड़ डोज

नई दिल्ली।  पश्चिम बंगाल में तेजी से फैल रहे संक्रमण के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखा है। पत्र के माध्यम से ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से वैक्सीन से लेकर रेमडेसिवीर इंजेक्शन, ऑक्सीजन और दवाओं की मांग की है। उन्होंने कहा है कि जितनी जल्दी संभव हो ये मदद भिजवाई जाए।

बता दें कि पश्चिम बंगाल में कोरोना के बढ़ते केसों के लिए बीजेपी को जिम्मेदार बताने वालीं ममता बनर्जी ने पीएम को लिखे लेटर में भी बाहरियों को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने लिखा, ”राज्य में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं, बड़ी संख्या में बाहरी लोग चुनाव प्रचार और दूसरी वजहों से कुछ राजनीतिक दलों की ओर से आ रहे हैं। इस स्थिति में हमने महामारी को रोकने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया है और तीन मुद्दों पर आपके हस्तक्षेप की जरूरत है।”

ममता बनर्जी ने लिखा, ”टीकाकरण सबसे महत्वपूर्ण है। खासकर हमारे राज्य में विशेषतौर पर कोलकाता में, जहां आबादी का घनत्व बहुत ज्यादा है। तेजी से टीकाकरण बहुत आवश्यक है। दुर्भाग्य से हमारे लिए भारत सरकार से टीकों की आपूर्ति दुर्लभ और अनिश्चित है, जोकि हमारे टीकाकरण पर नकारात्मक असर डाल रहा है। हमने 2.7 करोड़ लोगों का टीकाकरण करना है और हमें 5.4 करोड़ डोज की जरूरत है। हम आपसे तुरंत हस्तक्षेप की मांग करते हैं ताकि राज्य को जरूरत के हिसाब से वैक्सीन मिल सके।

 

कोरोना से निपटने के लिए मिला एक और हथियार, रूस की वैक्सीन स्पुतनिक v के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी

नई दिल्ली।  कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच रूस की स्पुतनिक v वैक्सीन को भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिल गई है। सीडीएससीओ विशेषज्ञ समिति ने वैक्सीन को मंजूरी दी है। अब भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) की औपचारिक मंजूरी जरूरी होगी।

बता दें कि पिछले दिनों भारत दौरे पर आए रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लॉवरोव ने कहा था कि रूसी पक्ष ने भारतीय कंपनियों के साथ कोविड-19 रोधी स्पुतनिक v टीके की 70 करोड़ खुराक के उत्पादन के लिये कई अनुबंध किये हैं। अब इस वैक्सीन को मंजूरी मिली है।

 

कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण के लिए केंद्र सरकार का एक और बड़ा कदम, जारी किए नए दिशा-निर्देश    

नई दिल्ली।  कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम के लिए केंद्र सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाते हुए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इस निर्देश के अनुसार एक अप्रैल से 45 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों का टीकाकरण होगा।  सरकार ने कहा कि देश में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है और देश में अब तक 5 करोड़ से ज्यादा लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कोविड-19 महामारी के प्रभावी नियंत्रण के लिए आज दिशा-निर्देश जारी किये हैं जो कि एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक लागू रहेंगे। दिशा-निर्देशों में मुख्‍य रूप से कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने में महत्‍वपूर्ण उपलब्धि को और मजबूत करने पर ध्‍यान दिया गया है। करीब पांच महीने से कोविड मरीजों की संख्‍या में लगातार गिरावट से यह स्‍पष्‍ट हुआ है कि वायरस को फैलने से रोकने में महत्‍वपूर्ण उप‍लब्धि हासिल हुई है।

देश के कुछ भागों में कोविड मरीजों की संख्‍या फिर से बढ़ने के मद्देनजर राज्‍य और केंद्रशासित प्रदेशों को जांच, निगरानी और उपचार की प्रक्रिया को सख्‍ती से लागू करने का अधिकार दिया गया है। उन्‍हें यह सुनिश्चित करने को भी कहा गया है कि प्रत्‍येक व्‍यक्ति कोविड से बचने के नियमों का पालन करे। सभी पात्र लोगों को टीके लगाने की प्रक्रिया तेज करने को भी कहा गया है।

इस बात पर भी बल दिया गया है कि गतिविधियों की फिर से शुरूआत सुनिश्चित करने तथा महामारी से पूरी तरह बाहर निकलने के लिए निर्धारित कंटेनमेंट रणनीति का सख्‍ती से पालन करने तथा गृह मंत्रालय, स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय, अन्‍य मंत्रालयों,  केंद्र और राज्‍य सरकारों के विभागों के दिशा-निर्देशों और मानक संचालन प्रक्रियाओं का सख्‍ती से पालन करने की आवश्‍यकता है।