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Cyclone Yaas से निपटने की तैयारियों की पीएम मोदी ने की समीक्षा

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को चक्रवात ‘यास’ से निपटने के लिए संबंधित राज्यों तथा केंद्रीय मंत्रालयों/एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए उच्चस्तरीय बैठक की।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सूचित किया कि चक्रवात ‘यास’ के 26 मई की शाम को 155-165 किलोमीटर की गति से चलने वाली हवा के तेज होकर 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना के साथ पश्चिम बंगाल तथा उत्तर ओडिशा तटों को पार करने की संभावना है। इससे पश्चिम बंगाल तथा उत्तर ओडिशा के तटीय जिलों में भारी वर्षा हो सकती है। आईएमडी ने यह चेतावनी भी दी है कि पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में लगभग 2-4 मीटर ऊंचा तूफान आ सकता है। आईएमडी नियमित रूप से सभी संबंधित राज्यों को नवीनतम पूर्वानुमान के साथ बुलेटिन जारी कर रहा है।

प्रधानमंत्री को बताया गया कि कैबिनेट सचिव ने 22 मई, 2021 को सभी तटीय राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिव और संबंधित मंत्रालयों/एजेंसियों के अधिकारियों के साथ राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की बैठक की। गृह मंत्रालय 24X7 स्थिति की समीक्षा कर रहा है और तटीय राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों तथा संबंधित मंत्रालयों/एजेंसियों के संपर्क में है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में नौकाओं, पेड़ काटने वाले उपकरणों, दूरसंचार उपकरणों आदि के साथ 46  टीमों को पहले से तैयार कर रखा है। इसके अतिरिक्त तैनाती के लिए आज 13 टीमें विमान से रवाना की जा रही हैं और 10 टीमें स्टैंडबाई में (आपात स्थिति के लिए) रखी गई हैं।

भारतीय तटरक्षक तथा नौसेना ने राहत, खोज और बचाव कार्यों के लिए जहाज तथा हेलीकॉप्टरों की तैनाती की है। वायु सेना तथा सेना की इंजीनियर टास्क फोर्स इकाइयां तैनाती के लिए स्टैंडबाई में रखी गई हैं। मानवीय सहायता के साथ सात जहाज और आपदा राहत इकाइयां पश्चिमी तट पर स्टैंडबाई में हैं।

पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा समुद्र में सभी तेल प्रतिष्ठानों को सुरक्षित रखने तथा जहाजों को सुरक्षित बंदरगाह पर लाने के कदम उठाए गए हैं। विद्युत मंत्रालय ने इमरजेंसी रिस्पान्स सिस्टम को सक्रिय कर दिया है तथा ट्रांसफॉर्मरों, डीजी सेटों तथा उपकरण आदि को तैयार रखा है ताकि बिजली की फौरन बहाली की जा सके। दूरसंचार मंत्रालय टावरों तथा एक्सचेंजों पर निरंतर निगरानी रखे हुए है और दूरसंचार नेटवर्क को बहाल करने के लिए पूरी तरह तैयार है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने प्रभावित होने वाले राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को स्वास्थ्य क्षेत्र की तैयारियों और प्रभावित इलाकों में कोविड की स्थिति से निपटने के लिए परामर्श जारी किया है। बंदरगाह, नौवहन तथा जल मार्ग मंत्रालय ने सभी जहाजों को सुरक्षित रखने के उपाय किए हैं तथा आपातकालीन जहाजों (टग्स) की तैनाती की है।

एनडीआरएफ खतरनाक स्थानों से लोगों को निकालने की तैयारियों में राज्य की एजेंसियों की सहायता कर रहा है और चक्रवात की स्थिति से निपटने के लिए निरंतर रूप से सामुदायिक जागरूकता अभियान चला रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों को राज्यों के साथ निकट सहयोग के साथ काम करने को कहा है ताकि अधिक जोखिम वाले क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित ढंग से निकालने का काम सुनिश्चित हो सके। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिया है कि अपतटीय गतिविधियों में शामिल लोगों की समय से निकासी सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने सभी संबद्ध विभागों को बिजली तथा दूरसंचार नेटवर्क में कटौती का समय कम करने और बिजली तथा दूरसंचार नेटवर्क की तेजी से बहाली के निर्देश दिए। प्रधानमंत्री ने अधिकारियों को राज्य सरकारों के साथ उचित तालमेल और नियोजन कार्य करने को भी कहा ताकि अस्पतालों में कोविड के मरीजों के इलाज और टीकाकरण कार्य में कोई व्यवधान नहीं हो। उन्होंने श्रेष्ठ व्यवहारों से अच्छी सीख लेने के लिए नियोजन और तैयारी की प्रक्रिया में जिला प्रशासन को शामिल करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रभावित जिलों के नागरिकों को समझने लायक स्थानीय भाषा में क्या करे, क्या नहीं करें का परामर्श और निर्देश दें। प्रधानमंत्री ने तटीय समुदायों, उद्योगों आदि विभिन्न हितधारकों से सीधे संपर्क साधने और उन्हें संवेदी बनाने की आवश्यकता पर बल दिया।

बैठक में गृहमंत्री, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, गृह राज्यमंत्री, कैबिनेट सचिव, गृह, दूरसंचार, मत्स्यपालन, नागर विमानन, विद्युत, बंदरगाह, नौवहन तथा जल मार्ग, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालयों/विभागों के सचिव, रेल बोर्ड के अध्यक्ष, सदस्य तथा एनडीएमए के सचिव सदस्य, आईएमडी तथा एनडीआरएफ के महानिदेशक, प्रधानमंत्री कार्यालय और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

 

जानिए, पीएम मोदी ने क्यों की गौतमबुद्ध नगर के डीएम सुहास एलवाई की तारीफ  

नई दिल्ली। कोरोना महामारी से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के 40 जिलों के जिलाधिकारियों के साथ बृहस्पतिवार को बैठक की। बैठक में प्रधानमंत्री ने जिलाधिकारियों से स्वास्थ सेवाओं की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई की तारीफ की। प्रधानमंत्री ने होम आइसोलेशन में उपचार करवा रहे लोगों को घर पर ऑक्सीजन से लेकर दवाइयां और अन्य चीजें पहुंचने के ढंग की सराहना की है।

बता दें कि पीएम मोदी के साथ बैठक में उत्तर प्रदेश के 6 जिलों बरेली, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, मेरठ, मुरादाबाद और लखनऊ के जिलाधिकारी शामिल हुए थे। देशभर से 40 डीएम को इस वर्चुअल बैठक में बुलाया गया था। बैठक में नरेंद्र मोदी ने कहा, “जीवन बचाने के साथ-साथ हमारी प्राथमिकता जीवन को आसान बनाना भी है। जरूरी चीजों की आपूर्ति आम आदमी तक जरूर पहुंचे, यह बहुत महत्वपूर्ण है। बड़े अच्छे प्रयोग सभी ने किए हैं।”

इस बैठक के दौरान सभी जिलाधिकारी ने अपने अनुभव साझा किए। उनके परिणामों के बारे में पीएम को जानकारी दी। गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने प्रधानमंत्री को बताया कि कैसे जिले में घर-घर दवाएं, ऑक्सीजन और जरूरी सामान पहुंचाने के लिए योजना तैयार की गई। होम डिलीवरी ब्वॉय और वॉलिंटियर्स का सहारा लिया गया।

आपको बता दें कि इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव लव अग्रवाल ने भी नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गौतमबुद्ध नगर में आइसोलेशन सेंटर और ऑक्सीजन बैंक बनाने की योजनाओं को सराहा था। उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर दूसरे जिलों से गौतमबुद्ध नगर में किए गए इस प्रयोग का अनुकरण करने की अपील की थी।

हेल्थ टीम और फ्रंटलाइन वर्कर्स से संवाद में भावुक हुए PMMODI, कहा- इस वायरस ने कई अपनों को छीना है

नई दिल्ली।  कोरोना की दूसरी लहर के बीच पीएम मोदी ने आज अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टॉफ और अन्य फ्रंटलाइन स्वास्थ्यकर्मियों से बातचीत की।

इस मौके पर डॉक्टरों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि इस वायरस ने हमारे कई अपनों को हमसे छीना है। मैं उन सभी लोगों को अपनी श्रद्धांजलि देता हूं, उनके परिजनों के प्रति सांत्वना व्यक्त करता हूं। मैं काशी का एक सेवक होने के नाते हर एक काशीवासी का धन्यवाद देता हूं। विशेष रूप से हमारे डॉक्टर्स ने, नर्सेस ने, technicians, वॉर्ड बॉयज़, एम्ब्युलेन्स ड्राईवर्स, आप सभी ने जो काम किया है, वो वाकई सरहनीय है।

पीएम मोदी ने कहा कि बनारस ने जिस स्पीड से इतने कम समय में ऑक्सीज़न और आईसीयू बेड्स की संख्या कई गुना बढ़ाई है, जिस तरह से इतनी जल्दी पंडित राजन मिश्र कोविड अस्पताल को सक्रिय किया है, ये भी अपने आपमें एक उदाहरण है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आपके तप से, और हम सबके साझा प्रयासों से महामारी के इस हमले को आपने काफी हद तक संभाला है। लेकिन अभी संतोष का समय नहीं है। हमें अभी एक लंबी लड़ाई लड़नी  है। अभी हमें बनारस और पूर्वांचल के ग्रामीण इलाकों पर भी बहुत ध्यान देना है।

पीएम मोदी ने कहा कि जहां बीमार वहीं उपचार, इस सिद्धांत पर माइक्रो-कंटेनमेंट ज़ोन बनाकर जिस तरह आप शहर एवं गावों में घर घर दवाएं बांट रहे हैं। ये बहुत अच्छी पहल है। इस अभियान को ग्रामीण इलाकों में जितना हो सके, उतना व्यापक करना है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोविड के खिलाफ गांवों में चल रही लड़ाई में आशा और ANM बहनों की भी भूमिका बहुत अहम है। मैं चाहूंगा कि इनकी क्षमता और अनुभव का भी ज्यादा से ज्यादा लाभ लिया जाए। कोरोना की सेकंड वेव में हमने वैक्सीन की सुरक्षा को भी देखा है। वैक्सीन की सुरक्षा के चलते काफी हद तक हमारे फ्रंट लाइन वर्कर्स सुरक्षित रहकर लोगों की सेवा कर पाए हैं।  यही सुरक्षाकवच आने वाले समय में हर व्यक्ति तक पहुंचेगा। हमें अपनी बारी आने पर वैक्सीन जरूर लगवानी है।

हमारी इस लड़ाई में अभी इन दिनों ब्लैक फंगस की एक और नई चुनौती भी सामने आई है। इससे निपटने के लिए जरूरी सावधानी और व्यवस्था पर ध्यान देना जरूरी है।

 

ममता बनर्जी के आरोपों का रविशंकर प्रसाद ने दिया जवाब, कहा- ममता बनर्जी का आचरण अशोभनीय रहा

नई दिल्ली। कोरोना संकट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को 10 राज्यों के मुख्यमंत्री और 54 जिलाधिकारियों के साथ बातचीत की। पीएम मोदी के साथ बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल हुईं।

बैठक के बाद सीएम ममता बनर्जी ने प्रेसवार्ता कर प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर निशाना साधा। ममता बनर्जी का आरोप है कि बैठक में केवल भाजपा के कुछ मुख्यमंत्रियों को ही बोलने का मौका दिया गया। बाकी राज्यों के मुख्यमंत्री  शांत बैठे रहे। ममता ने कहा कि उन्होंने अपने डीएम को इसलिए नहीं भेजा कि वह खुद ही दवाओं और टीकाकरण की मांग रखेंगी।

वहीं, अब ममता बनर्जी के इस आरोपों पर केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जवाब दिया है। उन्होंने ममता पर पलटवार करते हुए कहा कि, आज प्रधानमंत्री ने कोरोना की लड़ाई के अच्छे कामों को शेयर करने के लिए कुछ राज्यों के जिलाधिकारियों की बैठक बुलाई थी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का आचरण आज बहुत अशोभनीय रहा है। उन्होंने पूरी बैठक को एक तरह से पटरी से उतारने की कोशिश की।

उन्होंने कहा कि सिर्फ BJP प्रदेश के ज़िलाधिकारियों को बुलाया जाता है जबकि पूर्व में आंध्र प्रदेश, केरल, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के जिलाधिकारियों ने भी बात रखी है। ममता बनर्जी ने 24-परगना के DM को बोलने नहीं दिया, कहा कि DM क्या जानते हैं, मैं उनसे ज्यादा जानती हूं।

 

जिलाधिकारियों के साथ PMMODI ने किया संवाद, वैक्सीन की बर्बादी को लेकर कही ये बात

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से देश के 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उन राज्यों के 54 जिलाधिकारियों से बात की। बातचीत को दौरान पीएम मोदी ने दवाओं की कालाबाज़ारी और कोरोना वैक्सीन की बर्बादी को लेकर बड़ा बयान दिया।

प्रधानमंत्रक्षी मोदी ने कहा कि एक विषय वैक्सीन वेस्टेज का भी है। एक भी वैक्सीन की वेस्टेज का मतलब है, किसी एक जीवन को जरूरी सुरक्षा कवच नहीं दे पाना। इसलिए वैक्सीन वेस्टेज रोकना जरूरी है। पीएम मोदी ने कहा कि  वैक्सीन की बर्बादी रोकना बहुत ज़रूरी है। दूसरी लहर के बीच कोरोना वेरिएंट की कारण अब युवाओं और बच्चों के लिए ज्यादा चिंता जताई जा रही है। हमें अधिक तैयार रहना होगा। अपने ज़िले में युवाओं और बच्चों में होने वाले संक्रमण के आंकड़े इकट्ठा कर उस पर विश्लेषण करिए।

उन्होंने कहा कि बीते कुछ समय से देश में एक्टिव केस कम होना शुरू हुए हैं, लेकिन आपने इन डेढ़ सालों में ये अनुभव किया है कि जब तक ये संक्रमण माइनर सस्केल पर भी मौजूद है, तब तक चुनौती बनी रहती है. अगर अधिकारी स्थानीय स्तर पर गांवों में संवाद करेंगे तो लोगों में विश्वास पैदा होगा.

पीएम मोदी ने कहा कि एक्टिव केस की संख्या कम होने के बाद भी टेस्टिंग और अन्य गाइडलाइन्स का पालन करना ज़रूरी है. पीएम मोदी ने कहा कि अब वैक्सीन सप्लाई की जानकारी एडवांस मिल रही है, इससे टीकाकरण के अभियान में कुछ आसानी होगी. पीएम ने कहा कि कोरोना वायरस लगातार रूप बदलता है, ऐसे में हमें इससे निपटने के तरीकों को बदलना होगा।

पीएम मोदी ने की देश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा, कहा- गांव तक ऑक्सीजन सप्लाई के होने चाहिए इंतजाम

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में कोरोना के हालात पर शनिवार को उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक में उन्होंने कोरोना की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करते हुए घर-घर जाकर कोरोना टेस्ट करने को कहा। उन्होंने गांवों में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के लिए आशा कार्यकर्ताओं से मिलकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई में तेजी लाने को कहा।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से मिली जानकारी के अनुसार  बैठक में पीएम मोदी ने वेंटिलेटर को लेकर कुछ राज्यों को सख्त निर्देश दिए क्योंकि वहां स्टोरेज में ऐसे वेंटिलेटर पड़े हैं, जिसका इस्तेमाल अब तक नहीं किया गया है। प्रधानमंत्री ने तुरंत इन वेंटिलेटर को इंस्टॉल करने का निर्देश दिया। बैठक में प्रधानमंत्री को देश में जारी वैक्सीनेशन की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया गया है। इसके अलावा वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर भी चर्चा हुई। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वैक्सीनेशन की प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करें।

प्रधानमंत्री ने कहा कि वेंटिलेटर और दूसरे उपकरणों के इस्तेमाल के लिए स्वास्थ्यकर्मियों को जरूरी प्रशिक्षण देना चाहिए। मार्च की शुरुआत में हर सप्ताह करीब 50 लाख नमूनों की जांच हो रही थी, वहीं अब प्रति सप्ताह करीब 1.3 करोड़ नमूनों की जांच हो रही। संक्रमितों की संख्या में ज्यादा वृद्धि के बावजूद राज्यों को कोविड-19 के मामलों को बिना किसी दबाव के पारदर्शी तरीके से सामने लाने चाहिए।

बैठक में अलग मंत्रालयों के शीर्ष अधिकारियों ने हिस्सा लिया। गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री अमित शाह के अलावा आईसीएमआऱ के अधिकारी शामिल हुए।

PMMODI ने जारी की पीएम किसान सम्मान निधि की 8वीं किस्त, जानिए कितने किसानों के खाते में पहुंची धनराशि

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  ने शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पीएम किसान सम्मान निधि की आठवीं किस्त जारी की। प्रधानमंत्री ने 9.5 करोड़ से अधिक किसानों को 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि ट्रांसफर की। कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी मौजूद रहे।

इस मौके पर किसानों से संवाद के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि आज अक्षय तृतिया का पावन पर्व है, कृषि के नए चक्र की शुरुआत का समय है और आज ही करीब 19 हज़ार करोड़ रुपए किसानों के बैंक खातों में सीधे ट्रांसफर किए गए हैं। इसका लाभ करीब-करीब 10 करोड़ किसानों को होगा। बंगाल के किसानों को पहली बार इस सुविधा का लाभ मिलना शुरू हुआ है। इस वर्ष, अभी तक बीते वर्ष की तुलना में लगभग 10 प्रतिशत अधिक गेहूं एमएसपी पर खरीदा जा चुका है। अभी तक गेहूं की खरीद का लगभग 58 हज़ार करोड़ रुपए सीधे किसानों के खाते में पहुंच चुका है।

कोरोना की मुश्किल चुनौतियों के बीच जहां किसानों ने कृषि और बागवानी में रिकॉर्ड उत्पादन किया है, वहीं सरकार भी हर साल MSP पर खरीद के नए रिकॉर्ड बना रही है। पहले धान की और अब गेहूं की भी रिकॉर्ड खरीद हो रही है। खेती में नए समाधान, नए विकल्प देने के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। जैविक खेती को बढ़ावा देना ऐसे ही प्रयास हैं। इस प्रकार की फसलों में लागत भी कम है, ये मिट्टी और इंसान के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं और इनकी कीमत भी ज्यादा मिलती है।

100 साल बाद आई इतनी भीषण महामारी कदम-कदम पर दुनिया की परीक्षा ले रही है। हमारे सामने एक अदृश्य दुश्मन है। हम अपने बहुत से करीबियों को खो चुके हैं। बीते कुछ समय से जो कष्ट देशवासियो ने सहा है,अनेको लोग जिस दर्द से गुजरे है, तकलीफ से गुजरे है वो मैं भी उतना ही महसूस कर रहा हूं।

देशभर के सरकारी अस्पतालों में मुफ्त टीकाकरण किया जा रहा है। इसलिए जब भी आपकी बारी आए तो टीका ज़रूर लगाएं। ये टीका हमें कोरोना के विरुद्ध सुरक्षा कवच देगा, गंभीर बीमारी की आशंका को कम करेगा। बचाव का एक बहुत बड़ा माध्यम है, कोरोना का टीका। केंद्र सरकार और सारी राज्य सरकारें मिलकर ये निरंतर प्रयास कर रही हैं कि ज्यादा से ज्यादा देशवासियों को तेज़ी से टीका लग पाए। देशभर में अभी तक करीब 18 करोड़ वैक्सीन डोज दी जा चुकी है।

 

पीएम मोदी 20 मई को कोरोना पर सीधे DM के साथ करेंगे संवाद, 10 राज्यों के 54 जिलाधिकारियों से करेंगे चर्चा

 ई दिल्ली। कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी अब 20 मई को 10 राज्यों के 54 जिलों के ज़िलाधिकारियों से बात करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना के हालात को लेकर जिलाधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद करेंगे।

बता दें कि पीएम मोदी पहली बार सीधे तौर पर राज्यों के जिलाधिकारियों से चर्चा करेंगे। बैठक में पीएम मोदी कोरोना की जमीनी स्थिति की जानकारी लेंगे और इसके रोकथाम के लिए क्या किया जाना चाहिए इस पर जिलाधिकारियों से सीधे तौर पार बात करेंगे। इस बैठक में महाराष्ट्र, झारखंड, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा, केरल, हरियाणा, पडुच्चेरी, पश्चिम बंगाल और राजस्थान के जिलाधिकारी शामिल होंगे|

बताते चलें कि देशभर के विभिन्न राज्यों के कोरोना से ज्यादा प्रभावित जिलों को समूहों में बांटा गया है। पीएम मोदी अलग-अलग दिन एक-एक समूह से बात करेंगे। इसकी शुरुआत 20 मई को 10 राज्यों के 54 जिलों के डीएम के साथ बातचीत से होगी। जानकारी के मुताबिक  इस मीटिंग में सबसे ज्यादा महाराष्ट्र के जिलाधिकारी शामिल होंगे। कहा जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के 9, उत्तर प्रदेश के 4, राजस्थान के पांच, ओडिशा के 3 जिले जबकि पुडुचेरी के 1 जिले के ताजा हालात पर चर्चा होगी।

 

प्रधानमंत्री मोदी कल जारी करेंगे पीएम किसान की 8वीं किस्त, जानिए कितने लोगों को होगा फायदा

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल 14 मई को सुबह 11 बजे ”पीएम किसान सम्मान निधि योजना” की 8वीं किस्त डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित करेंगे। इस दौरान पीएम किसानों के साथ संवाद भी करेंगे।

बता दें कि किसान सम्मान निधि के तहत पहली बार 3 करोड़ 16 लाख 539 किसानों को दो-दो हजार रुपये की किश्त मिली थी। भारत सरकार की योजना में अब तक 10 करोड़ से अधिक लोग अपना पंजीकरण करा चुके हैं। वित्त-वर्ष 2020-21 के अप्रैल जुलाई वाली किस्त में सबसे ज्यादा किसानों को पैसा मिला था। इस दौरान केंद्र सरकार ने कुल 10 करोड़, 48 लाख 95 हजार 545 रुपये किसानों के खाते में भेजा था।

बताते चलें कि किसानों का यह पैसा उन्हें पिछले महीने ही मिल जाता क्योंकि केंद्र सरकार द्वारा 8वीं किस्त को पिछले महीने ही देने की तैयारियों को पूरा कर लिया गया था। लेकिन देशभर के 5 राज्यों में आयोजित विधानसभा चुनावों और कोरोना महामारी के कारण 8वीं किस्त को जारी करने में थोड़ा समय लग गया।

प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से की बात, महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति की ली जानकारी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से फोन पर बात की और राज्य में कोरोना की स्थिति की जानकारी ली। देश में कोरोना की दूसरी लहर से महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित हुआ है।

बता दें कि पिछले कुछ दिनों से पीएम मोदी हर दिन राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात कर वहां की कोरोना की स्थिति की जानकारी ले रहे हैं। इससे पहले शुक्रवार को पीएम मोदी ने मणिपुर, त्रिपुरा और सिक्किम के मुख्यमंत्रियों से बात की थी जबकि उससे पहले उन्होंने आंध्र प्रदेश, ओड़िशा, झारखंड और तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों से बात कर इन राज्यों में कोविड-19 की ताजा स्थिति पर चर्चा की थी। प्रधानमंत्री जम्मू एवं कश्मीर के साथ ही पुडुचेरी के उपराज्यपालों से भी बात कर कोरोना की स्थिति की समीक्षा कर चुके हैं।