उत्तराखंड : कृषि कानूनों के विरोध में किसान ने बर्बाद की गेहूं की फसल
कहा- इस आंदोलन को केवल दो से तीन प्रदेशों का बताकर कुचलने के प्रयास में लगी सरकार
काशीपुर में आज किसान आंदोलन के समर्थन में एक किसान ने अपनी 25 एकड़ गेहूं की फसल पर ट्रैक्टर चलावाना शुरू कर दिया। मामले की जानकारी होने पर मौके पर पहुंचे किसान नेताओं ने किसान को समझाया बुझाया लेकिन तब तक 6 एकड़ गेहूं की फसल बर्बाद हो चुकी थी।
बता दें कि देशभर में किसान आंदोलन की आग लगातार जारी है। किसानों के द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ लगातार धरने प्रदर्शन किए जा रहे हैं। सराकर के साथ वार्ता के बाद भी कोई हल न निकलने से किसान अब सरकार के द्वारा लागू किये गए तीनों कृषि कानूनों के विरोध में अब महापंचायत का आयोजन कर रहे हैं। इसी क्रम में आज काशीपुर में ग्राम बाँसखेड़ा के रहने वाले अवतार सिंह नामक एक किसान ने अपनी 25 एकड़ के क्षेत्र में फैली गेहूं की फसल को नष्ट करने की नीयत से उस पर ट्रैक्टर की मदद से हैरो चलवाना शुरू कर दिया।
इसका पता जैसे ही किसान नेताओं को चला तो उन्होंने मौके पर आकर उन्हें समझाया बुझाया लेकिन तब तक 6 एकड़ गेहूं की फसल बर्बाद हो चुकी थी। इस दौरान अवतार सिंह ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तानाशाह करार देते हुए कहा कि आज आंदोलन का 94वां दिन है। अब तक 200 के लगभग किसान आंदोलन के दौरान शहीद हो गए, लेकिन तानाशाह प्रधानमंत्री ने उनके लिए एक शब्द भी नहीं बोला। उन्होंने कहा कि पहले इस किसान आंदोलन को महज पंजाब, हरियाणा के किसानों का आंदोलन कहा जा रहा था, जबकि इस आंदोलन में देश के काफी हिस्सों के किसान सम्मिलित थे लेकिन सरकार इस आंदोलन को केवल दो से तीन प्रदेशों का बताकर इस आंदोलन को कुचलने के प्रयास में लगी है।
रिपोर्ट – जसीम खान