योगी के यूपी में उलटफेर, खेल हुआ तो सीएम भी नपेंगे ?
उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार संकट में हैं, कभी भी योगी आदित्यनाथ से यूपी की जिम्मेदारी वापस ली जा सकती है केशव प्रसाद मोर्य यूपी.
उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार संकट में हैं, कभी भी योगी आदित्यनाथ से यूपी की जिम्मेदारी वापस ली जा सकती है, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मोर्य यूपी में अपनी भूमिका को लेकर संतुष्ठ नहीं हैं. यूपी की राजनीति में ऐसे ही कई और कयास लगाए जा रहे हैं. खबरे आ रही है कि यूपी की बीजेपी सरकार और संगठन में बदलाव होने जा रहे हैं. लेकिन इसके लिए यूपी उप चुनाव के परिणाम का इंतजार किया जा रहा है. अगर यूपी के उप चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन बढिया रहता है तो योगी कैबिनेट में होने वाले बदलाव टल सकते हैं लेकिन, अगर प्रदर्शन खराब रहता है तो यूपी में बड़ा उलटफेर देखने को सकता है. मतलब साफ है कि यूपी की राजनीति 10 सीट पर होने वाले उप चुनाव पर टिकी है.
चर्चा है कि यूपी के चुनावी नतीजों पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा
चर्चा है कि यूपी के चुनावी नतीजों पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की यूपी के बड़े नेताओं से मुलाकात होनी है. इसमें सीएम योगी, दोनों डिप्टी सीएम, प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश महामंत्री शामिल हैं. इनसे बातचीत के बाद बड़े और कड़े फैसले लिए जा सकते हैं.
लोकसभा चुनाव के नतीजों से नाखुश बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व बड़े बदलाव विचार कर रहा है, और इसी बदलाव पर मोहर लगा रहा है यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का बयान. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि “संगठन सरकार से बड़ा है ,कार्यकर्ताओं का दर्द मेरा दर्द है, संगठन से बड़ा कोई नहीं, कार्यकर्ता ही गौरव है”. वहीं केंद्रीय नेतृत्व और केशव प्रसाद के बीच हुई मुलाकात ने भी यूपी की राजनीति का पारा चढ़ा दिया है. राजनीति के पंडित बोल रहे है कि योगी की पीठ के पीछे बड़ा खेल चल रहा है.
खबर है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पांच में से दो नेताओं से मुलाकात चुके है. यूपी के दो प्रमुख नेता उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से अलग-अलग मुलाकातें की. सूत्रों के अनुसार, उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य राज्य में अपनी भूमिका को लेकर संतुष्ट नहीं हैं. वहीं, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने भी कई मंत्रियों को लेकर सवाल उठाए हैं. फिलहाल, भाजपा की कोशिश मामले को ठंडा रखने और सभी को एक साथ रख कर आगे बढ़ने की है. लेकिन मामला ठंडा रहेगा या नहीं ये निर्भर करता है यूपी उप चुनाव के रिजल्ट पर. वैसे खबर पर आपकी क्या है राय हमें कमेंट करके जरूर बताएं.