नई दिल्ली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यानी बृहस्पतिवार को लोकभवन में आयोजित बैठक में कहा कि उत्तर प्रदेश में किसानों के साथ छल करने वालों का अब जेल में ही ठिकाना बनेगा। उन्होंने कहा कि किसानों का हित संरक्षण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। कोई अधिकारी हो या कर्मचारी अथवा निजी संस्था, किसी को भी किसानों के हक के साथ खिलवाड़ करने नहीं दिया जाएगा। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धान क्रय केंद्रों पर दलालों की गतिविधियों पर नजर रखने की जरूरत है। उन्होंने पुलिस और प्रशासन को किसानों को 72 घंटे में धान का मूल्य उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
साथ ही मुख्मंत्री ने कहा कि विदेश से भारत आ रहे एक-एक व्यक्ति का परीक्षण और आवश्यक क्वारन्टीन की कार्यवाही तत्परता से होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोविड के नए स्ट्रेन की चेकिंग के लिए भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार प्रदेश की प्रयोगशालाएं लगभग तैयार हैं, अगर किसी अतिरिक्त उपकरण की आवश्यकता हो तो उसे भी पूरा कर लिया जाए। इसमें देरी की कोई गुंजाइश नहीं है। वहीं, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने मुख्यमंत्री को बताया कि अब तक ब्रिटेन से ढाई हजार लोग भारत आये हैं। इस संबंध में जनपदवार आगंतुकों की सूची तैयार कर जिलाधिकारियों को दी गई है। सभी का परीक्षण कराया जा रहा है।
इसके अलावा सीएम योगी ने प्रदेश में जारी यूपी-नीट की प्रवेश प्रक्रिया की ताजा स्थिति की समीक्षा की। सीएम ने हॉस्टल फीस, मिसलेनियस शुल्क आदि के नाम पर मनमाना शुल्क निर्धारण करने की सूचनाओं का संज्ञान लेते हुए ऐसे कॉलेजों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।