कभी भी हो सकता है योगी मंत्रिमंडल का विस्तार : विजय कुमार यादव
सभी समुदायों को दिया जा सकता है प्रतिनिधित्व
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए योगी मंत्रिमंडल का विस्तार कभी भी हो सकता है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल लखनऊ पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री उनसे मिलने राजभवन पहुंचे थे। इससे साफ जाहिर होता है के मंत्रिमंडल का विस्तार होना तय है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव आगामी फरवरी मार्च में होने वाला है। कोरोना की इस महामारी में सरकार के खिलाफ लोगों का मूड देखते हुये मंत्रिमंडल का विस्तार कर लोगों के गुस्से को कम करने का काम सरकार करने जा रही है। इसके साथ ही मंत्रिमंडल में अमूलचूल परिवर्तन देखने को मिल सकता है। सभी समुदायों को प्रतिनिधित्व दिया जा सकता है। बड़े बदलाव की बात करें तो दोनों उपमुख्यमंत्री को बदला जा सकता है। केशव प्रसाद मौर्या को फिर से प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है और दूसरे उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा को विधान परिषद का सभापति बनाया जा सकता है। इन दोनों की जगह पर गुजरात कैडर के आईएएस अधिकारी ए.के शर्मा को उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है, जो अपने पद से त्यागपत्र देकर बीजेपी में शामिल होते ही विधान परिषद में भेज दिया गया। इनके बारे में कहा जाता है कि ये प्रधानमंत्री के चहेते अधिकारी रहे हैं।
दूसरा उपमुख्यमंत्री किसी दलित को बनाया जा सकता है क्योंकि मायावती और चंद्रशेखर रावण दोनों को एक ही साथ साधा जा सकता है। तीन मंत्रियों के निधन से भी जगह खाली है। इसके अलावा 4 जगह और भी भरनी है। पूर्वांचल और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को भी प्रतिनिधित्व दिया जा सकता है। अपना दल को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है, क्योंकि अनुप्रिया पटेल को अबकी बार मोदी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली थी, जिससे भी नाराजगी है इनकी भी नाराजगी दूर कर उनके पति व विधान परिषद सदस्य को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।