सपा के 37 सांसद पहुंच गए मुंबई, महाराष्ट्र चुनाव में संभाली INDIA की कमान
समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में 37 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की और उत्तरप्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी बन गई देश में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी सांसदों की संख्या के लिहाज से बन गई इन सांसदों का मुंबई में स्वागत किया गया
समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में 37 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की और उत्तरप्रदेश में सबसे बड़ी पार्टी बन गई देश में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी सांसदों की संख्या के लिहाज से बन गई इन सांसदों का मुंबई में स्वागत किया गया समाजवादी पार्टी की महाराष्ट्र इकाई ने अबू आसिम के नेतृत्व में इन सभी सांसदों का स्वागत किया दरअसल अखिलेश यादव जब अनंत अंबानी शादी में शामिल होने के लिए मुंबई गए थे तो उसके बाद उन्होंने वहां एक कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी के मुंबई के और महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों से आए कुछ नेताओं के साथ बैठक की थी जिसमें अबू आसिमभी मौजूद थे इस बैठक में अखिलेश यादव ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा की थी और यह समझने की कोशिश की थी कि आखिर महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी कितनी सीटों पर मजबूत है और कितनी सीटों पर हम अपना दावा कर सकते हैं दरअसल कांग्रेस को अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश में दो से तीन सीटें विधानसभा उपचुनाव में दे सकते हैं।
इसके बदले कांग्रेस उनको महाराष्ट्र और हरियाणा में कुछ सीटें चुनाव लड़ने के लिए देने का मन बना रही है हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा अभी बाकी है राहुल गांधी अखिलेश मल्लिकार्जुन खरगे और प्रियंका गांधी इन तमाम नेताओं की एक बैठक होनी है जिसमें महाराष्ट्र और हरियाणा में समाजवादी पार्टी को कितनी सीटें दी जानी है इस पर भी चर्चा होनी है अखिलेश यादव ने उसी दिन यह समीक्षा भी की थी जो उत्तर प्रदेश के साथ सांसद मुंबई आएंगे उनका स्वागत किस तरह से होगा और क्या कार्यक्रम की तैयारियां हैं यह अपने आप में एक अलग तरह का कार्यक्रम था किसी राज्य में जीते हुए तमाम सांसदों को एक साथ एक कार्यक्रम स्थल में इकट्ठा करना और उनका वहां स्वागत करना और इन सांसदों ने भी दोस्तों वहां से पूरे महाराष्ट्र को संदेश देने की कोशिश की यह सभी सांसद सिद्ध विनायक के मंदिर भी पहुंचे और बाबा साहब को भी इन्होंने प्रणाम किया लेकिन इन तमाम सांसदों में में दोस्तों एक ऐसी सांसद थी जिसने हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया उत्तर प्रदेश में मछली शहर की सीट से चुनाव जीतने वाली 26 साल की युवा सांसद प्रिया सरोज का भाषण खूब चर्चाओं में है प्रिया सरोज अखिलेश यादव के भरोसेमंद नेताओं में शुमार होती हैं अखिलेश उन पर बहुत विश्वास करते हैं 26 साल की उम्र में ही अखिलेश ने उनको लोकसभा का टिकट दे दिया और प्रिया सरोज ने भी उस भरोसे को कायम रखा अब प्रिया सरोज ने जिस तरह से नफरत और मोहब्बत के बीच का फर्क मुंबई के इस मंच से बताया और सीधे-सीधे दिल्ली की सत्ता को ललकारा वह सुनकर हर कोई हैरान रह गया कि आखिर 26 साल की एक युवा सांसद इतना जोशीला और इतना सधा हुआ भाषण कैसे दे सकती है दोस्तों आप पहले प्रिया सरोज का वो भाषण सुनिए सम्मानित कार्यकर्ताओं को मेरा सादर प्रणाम यह जीत मुद्दों की जीत हुई है यह जीत संविधान की जीत हुई है यह जीत महिलाओं की जीत हुई है यह जीत युवाओं की जीत हुई और यह जीत पीडीए की जीत हुई है।
4 जून 2024 को यह स्पष्ट हो गया कि नेगेटिव की राजनीति खत्म और पॉजिटिव की राजनीति की शुरुआत हुई है नफरत की राजनीति का अंत हुआ है और मोहम्मद की राजनीति की शुरुआत हुई है इस नए युग में पीडीए ही कागज और पीडीए ही कलम है और यह तोड़ने वाली राजनीति का अंत हुआ है और जोड़ने वाली राजनीति की जीत हुई है दोस्तों पिया सरोज का ये अंदाज बता रहा है कि अखिलेश यादव के पास अब ऐसे-ऐसे वक्ताओं की एक फौज तैयार हो गई है जो सड़क से लेकर सदन तक भारतीय जनता पार्टी की मुश्किलें बढ़ाते नजर आएंगे समाजवादी पार्टी के पास अभी तक अच्छा बोलने वालों की कमी थी ऐसा आमतौर पर कहा जाता था लेकिन अब जो सांसद चुनाव जीत कर आए हैं चाहे उसमें अवधेश प्रसाद हो चाहे प्रिया सरोज हो इकरा हसन हो रुचि वीरा हो खुद अखिलेश यादव हो धर्मेंद्र यादव हो यह तमाम सांसद हैं जो सत्ता की बखिया उधेड़ना जानते हैं और इनके भाषणों की चर्चा भी खूब हो रही है प्रिया सरोज ने भी एक ऐसा भाषण दिया है जिसको सुनकर अखिलेश और डिंपल भी गदगद हो गए अखिलेश को आज अपनी पसंद पर भी गर्व है कि उन्होंने एक ऐसी लड़की को टिकट दिया जो पढ़ी लिखी भी है समझदार भी है और अच्छा बोलना जानती है जो मुद्दों को उठाना जानती है और देश को दरअसल दोस्तों ऐसे ही नेताओं की जरूरत है प्रिया सरोज जैसे युवा सांसद देश की उम्मीद है प्रदेश की उम्मीद है और तमाम युवाओं को ऐसे युवा सांसदों से ऐसा बेहतरीन काम करने वाले लड़के लड़कियों से सीखने की भी जरूरत है जाहिर तौर पर प्रिया सरोज के हर भाषण पर लोगों की निगाहें रहेंगी लोग सुनना चाहेंगे और आने वाले बजट सत्र में भी देखना होगा कि क्या प्रिया सरोज अपने भाषण से एक बार फिर पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींचें क्योंकि मुंबई में जिस तरह से उन्होंने भाषण दिया है वो यह भी बताता है कि महाराष्ट्र में जब विधानसभा का चुनाव होगा तो समाजवादी पार्टी के ये सारे सांसद जब मुंबई में महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में जाकर सपा के लिए प्रचार करेंगे तो उसका फायदा भी समाजवादी पार्टी को और इंडिया गठबंधन को जरूर मिलेगा ।