पत्रकारों की पिटाई का मामला : अखिलेश यादव समेत 21 सपा कार्यकर्ताओं पर FIR
अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा- यह भाजपा की हताशा का प्रतीक है
लखनऊ। मुरादाबाद के पाकबाड़ा थाने में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत 21 सपाइयों के खिलाफ बंधक बनाकर मारपीट करने का केस दर्ज कराया गया है। आरोप है कि गुरुवार को हुई प्रेसवार्ता में उनके उकसाने पर ही सुरक्षाकर्मियों और सपा कार्यकर्ताओं ने पत्रकारों के साथ मारपीट की।
वहीं, मामले में अखिलेश यादव ने इसे भाजपा की हताशा बताते हुए अपने आधाकारिक ट्वीटर हैंडल पर लिखा- ” उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने मेरे खिलाफ जो FIR दर्ज कराई है। जनहित में उसकी प्रति प्रदेश के हर नागरिक के सूचनार्थ यहां प्रकाशित कर रहे हैं। अगर आवश्यकता पड़ी तो राजधानी लखनऊ में होर्डिंग भी लगवा देंगे। ये एफआइआर हारती हुई भाजपा की हताशा का प्रतीक है।”
उप्र की भाजपा सरकार ने मेरे ख़िलाफ़ जो एफ़आईआर लिखवाई है, जनहित में उसकी प्रति प्रदेश के हर नागरिक के सूचनार्थ यहाँ प्रकाशित कर रहे हैं।
अगर आवश्यकता पड़ी तो राजधानी लखनऊ में होर्डिंग भी लगवा देंगे।
ये एफ़आईआर हारती हुई भाजपा की हताशा का प्रतीक है। pic.twitter.com/50ddRQh0fs
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 13, 2021
“> बता दें कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव समेत सपा के 21 कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुरादाबाद में मीडिया कर्मियों से मारपीट के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है। दरअसल, इंडियन प्रेस एलाईवनेस एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. तरुण पाराशर ने पाकबड़ा पुलिस को तहरीर देकर बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व उनके कार्यकर्ता 11 मार्च की शाम मुरादाबाद के दिल्ली रोड स्थित होली डे रेजीडेंसी होटल में थे। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेसवार्ता कर रहे थे। प्रेस कान्फ्रेंस खत्म होने के बाद होटल की लाबी में कुछ पत्रकारों ने अखिलेश यादव से व्यक्तिगत सवाल पूछा। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री झल्ला उठे। उन्होंने अपने सुरक्षा कर्मियों व पार्टी कार्यकर्ताओं को पत्रकारों पर हमला करने के लिए उकसा दिया।