कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहली प्रेस वार्ता, जानिये अहम बातें
देशवासियों ने फिर से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी में और एनडीए तथा भारतीय जनता पार्टी में विश्वास व्यक्त किया है
देशवासियों ने फिर से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी में और एनडीए तथा भारतीय जनता पार्टी में विश्वास व्यक्त किया है।
मैं प्रधानमंत्री जी का आभारी हूँ कि उन्होंने कृषि जैसे महत्वपूर्ण विभाग का दायित्व हम लोगों को दिया है।
विकसित भारत का संकल्प पूरा करने के लिए कृषि सबसे महत्वपूर्ण विभाग है कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है।
आज भी रोजगार के सबसे ज्यादा अवसर कृषि के माध्यम से ही सृजित होते हैं और किसान देश के अन्न भंडार भर रहा है।
कृषि और किसानों की सेवा हमारे लिए भगवान की पूजा जैसा है।
कार्यभार संभालते ही लगातार चार दिन मैं कृषि और ग्रामीण विकास मंत्रालय में ही सुबह से लेकर देर रात तक रहा हूँ और सारी चीजों का गहराई से अध्ययन कर रहा हूँ।
प्रधानमंत्री जी ने जो 100 दिन की कार्ययोजना बनाने का दायित्व हर विभाग को सौंपा था, हमने उस कार्ययोजना की समीक्षा की है और उसको जल्दी हम जारी करेंगे।
हम सब जानते हैं कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के दो कार्यकाल में कृषि और किसान ही उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता में रहे हैं, किसानों के कल्याण के लिए अनेक कदम उन्होंने उठाये हैं।
मुझे इस बात की भी प्रसन्नता है कि प्रधानमंत्री जी ने शपथ ग्रहण के बाद सबसे पहले हस्ताक्षर किसान सम्मान निधि की फाइल पर किये।
उनका सबसे पहले कार्यक्रम भी बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में आयोजित हो रहा हैं जहाँ प्रधानमंत्री जी सिंगल क्लिक के माध्यम से किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि डालेंगे।
आप सब जानते हैं कि किसान भाइयों की आर्थिक प्रगति सुनिश्चित करने के लिए 2019 में किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत हुई थी जिसमें अब तक 11 करोड़ किसानों को 3 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि सीधे उनके खाते में अंतरित की गयी है।
18 जून को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा 9 करोड़ 3 लाख किसान भाई-बहन के खाते में लगभग 20 हज़ार करोड़ रुपये की राशि अंतरित की जाएगी।
प्रधानमंत्री जी के काशी के कार्यक्रम में राज्यपाल जी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी एवं उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सम्मिलित रहेंगे।
देश में अलग-अलग स्थानों पर विशेष 50 कृषि विज्ञान केंद्र को चिन्हित किया गया है जहाँ अलग-अलग केन्द्रीय मंत्री जायेंगे और वर्चुअली कार्यक्रम से जुड़ेंगे और वहां मौजूद किसानों से संवाद करेंगे।
इसके अतिरिक्त सभी मंडियों में ब्लाक स्थानों पर एवं कई राज्यों में हर ग्राम पंचायत में इस कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है जिसमें लगभग 02 करोड़ किसान इस कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे।
इस कार्यक्रम के साथ साथ प्रधानमंत्री जी का संकल्प है लखपति दीदी जिसमें से अभी 1 करोड़ लखपति दीदी बन चुकी हैं। अभी हमें 2 करोड़ दीदी और बनानी है। उसी का एक आयाम है कृषि सखी।
किसानों की सहायता के लिए हमने कई बहनों को प्रशिक्षित कर के तैयार किया है ताकि वो अलग-अलग कामों में किसानों और खेती को सहयोग कर सकें। अभी तक लगभग 30 हज़ार कृषि सखियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
कृषि सखियों में अधिकांश सेल्फ हेल्प ग्रुप की बहने हैं, जो हर काम को बहुत गंभीरता से करती हैं। कार्यक्रम में 05 बहनों को प्रतीकात्मक रूप से प्रमाणपत्र दिए जायेंगे लेकिन 30 हज़ार बहनों को अलग-अलग जगह इस प्रशिक्षण के प्रमाणपत्र दिए जायेंगे।
इसके बाद वे सखियाँ अलग-अलग रूप से काम कर के सालभर में 60 से 80 हज़ार रुपया अतिरिक्त कमा सकेंगी।
इस कार्यक्राम का सीधा प्रसारण DD, DD किसान, MYGOV, विकासखंड कार्यलयों से लेकर ग्राम पंचायतों एवं फेसबुक, यूट्यूब तथा देशभर के 05 लाख से अधिक कॉमन सर्विस सेंटर पर किया जायेगा।
आपके माध्यम से मेरी किसानों से अपील है कि इस कार्यक्रम में की वो किसी भी माध्यम से अलग-अलग स्थानों पर इस कार्यक्रम से और प्रधानमंत्री जी से जुड़ने की कृपा करें।
कृषि सखी कार्यक्रम अभी 12 राज्यों में हमने शुरू किया है। गुजरात, तमिलनाडु, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, उड़ीसा, झारखण्ड, आंध्रप्रदेश एवं मेघालय में शुरू किया है
कृषि में महिलाओं में महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुए कृषि और ग्रामीण विकास मंत्रालय ने एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किये हैं। अब दोनों मिलकर इस कार्यक्रम को चलाएंगे।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में 06 हज़ार रुपये तीन किश्तों के माध्यम से किसानों के खातों में सीधे अंतरित की जाएगी।
प्रधानमंत्री फसल योजना के माध्यम से 04 करोड़ से अधिक किसानों को आर्थिक सुरक्षा की गारंटी मिली हुई है।
मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता है की वैश्विक कीमतों में उछाल के बावजूद भी 11 लाख करोड़ की सब्सिडी उपलब्ध करा कर, किसानों को सस्ती दरों पर खाद की उपलब्धता कराने का काम निरंतर जारी है।