स्वाति मालीवाल ने बढ़ाई जेल में केजरीवाल की टेंशन, लिखा 4 पन्नों का लेटर!
दिल्ली की राजनीति में हर दूसरे दिन उबाल आ जाता है, उबाल भी ऐसा की आम आदमी पार्टी के मुखिया यानी अरविंद केजरीवाल की टेंशन बढ़ जाती है.
दिल्ली की राजनीति में हर दूसरे दिन उबाल आ जाता है, उबाल भी ऐसा की आम आदमी पार्टी के मुखिया यानी अरविंद केजरीवाल की टेंशन बढ़ जाती है. कभी दिल्ली की जनता के लिए पीने का पानी नहीं है, तो कभी मानसून की बारिश में दिल्ली में इतना पानी भर रहा है कि लोगों की जान को खतरा है. अब केजरीवाल और उनके मंत्रियों के लिए नई परेशानी खड़ी करने वाली है आदम आदमी पार्टी के कोटे से राज्यसभा पहुंची स्वाति मालिवाल. स्वाति मालिवाल ने दिल्ली सरकार पर कई सारे आरोप लगा दिए हैं, स्वाति ने अरविंद केजरीवाल को चार पेज का लंबा चौड़ा लेटर लिखा है। स्वाति ने केजरीवाल सरकार पर महिला आयोग को कमजोर संस्थान बनाने का आरोप लगाया है। महिला आयोग का बजट कम करने के साथ-साथ उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री से कई सवालों का जवाब मांगा है।
स्वाति मालीवाल ने ‘एक्स’ पर चार पन्नों का लेटर शेयर किया है। उन्होंने लिखा, ‘जबसे मैंने दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया है, तब से दिल्ली सरकार के मंत्रियों और अफसरों ने आयोग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। स्वाति का आरोप है कि पिछले 6 महीने से महिला आयोग में किसी को तन्खवा नहीं मिली है, इतना ही नहीं बजट में 28.5 प्रतिशत की कटौती भी की गई है. स्वाति का कहना है कि दिल्ली सरकार ने 181 हेल्पलाइन भी बंद कर दी है.
राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने पोस्ट में आगे लिखा, ‘दलित मेंबर की पोस्ट 1.5 साल से खाली पड़ी है! मेरे जाते ही हर संभव कोशिश की जा रही है महिला आयोग को फिर से एक कमजोर संस्थान बनाने की। महिलाओं से दिल्ली सरकार क्यों दुश्मनी निकाल रही है? मैंने अरविंद केजरीवाल जी को पत्र लिखकर उनसे जवाब मांगा है।
स्वाति मालीवाल ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को लिखे पत्र में बताया कि दिल्ली महिला आयोग कई चुनौतियों से गुजर रहा है। उन्होंने पांच बातों का जिक्र किया है। पहला, 181 महिला हेल्पलाइन को वापस लेना। दूसरा, महिला आयोग के फंड को कम करना। तीसरा, आयोग के बजट को कम करना। चौथा, महिला आयोग से कर्मचारियों को हटाना और पांचवां, लीडरशिप पोस्ट नहीं भरना।
थोड़ा पीछे देखें तो अभी हाल ही में जब आतिशी ने पानी की सम्स्या को लेकर अनशन किया था, और तबियत खराब होने पर उन्हें अपना अनशन तोड़ना पड़ा था, तो उस वक्त भी स्वाति मालिवान ने आतिशी तो अपने निशाने पर लेकर कहा था कि वो खुद 13 दिन का अनशन कर चुकी हैं और अनशन करने की शक्ति झूठ बोलने से नहीं आती है।