चीन को लेकर होशियारी दिखा रहा था बांग्लादेश,मिला अरबों का धोखा तो आई भारत की याद .
चीन ने बांग्लादेश को मिसाइल से लेकर युद्धपोत तक बेचे हैं। ये चीनी हथियार अब बांग्लादेश के लिए सिरदर्द बन गए हैं। बांग्लादेश की सेना इन घटिया हथियारों से परेशान है और
चीन ने बांग्लादेश को मिसाइल से लेकर युद्धपोत तक बेचे हैं। ये चीनी हथियार अब बांग्लादेश के लिए सिरदर्द बन गए हैं। बांग्लादेश की सेना इन घटिया हथियारों से परेशान है और चीन कोई मदद नहीं कर रहा है। अब बांग्लादेश ने चीन के हथियारों का पैसा रोक दिया है। क्या है ये पूरी घटना जिसको लेकर इंटरनेशनल स्तर पर चीन की थू थू हो रही है.
म्यांमार को पाकिस्तान में बने घटिया जेएफ- 17 फाइटर जेट सप्लाई करने के बाद अब चीन के हथियारों की भारत के एक और पड़ोसी देश में पोल खुल गई है। चीन ने हाल के वर्षों में 2.59 अरब डॉलर के हथियार बांग्लादेश की सेना को बेचा है। इससे चीन बांग्लादेश का मुख्य हथियार सप्लायर बनकर उभरा है। चीन की मंशा है कि वह भारत के एक और पड़ोसी देश को अपने पाले में लाकर अपने प्रभाव को बढ़ाये… वहीं बांग्लादेश भी गुपचुप भारत के दुश्मन से दोस्ती बढ़ा रहा है। अब खुलासा हुआ है कि बांग्लादेश ने चीन से एफ-7 फाइटर जेट खरीदा है जो अब तकनीकी गड़बड़ियों का शिकार हो गया है। चीन दुनिया में हथियारों का एक बड़ा सप्लायर बनने की ताक में है लेकिन उसकी घटिया क्वालिटी खरीदारों के सिर पर पसीने ला रही है।
मीडिया रिर्पोट के मुताबिक चीन के घटिया हथियारों से न केवल खरीदने वाले देशों का पैसे का नुकसान हो रहा है, बल्कि जिस सुरक्षा के लिए उन्हें खरीदा जाता है, वह भी नहीं हो पा रही है। हाल के वर्षों में बांग्लादेश की सेना ने कई बार चीनी कंपनियों से शिकायत की है। उन्हें अपने गश्ती समुद्री जहाजों के लिए कलपुर्जे नहीं मिल पा रहे हैं। साथ ही उनमें तमाम गड़बड़ियां मिल रही हैं। इनमें प्रमुख नाम एफ-7 फाइटर जेट का है जो कई तकनीकी गड़बड़ियों से जूझ रहा है। चीन ने इस फाइटर जेट में जो रेडॉर लगाया है, वह भी सटीक जानकारी नहीं दे रहा है। इसमें मिसाइल और इंटरसेप्शन रेडॉर की भी कमी है।
यही नहीं बांग्लादेश की एयरफोर्स को चीन के बनाए हुए K-8W एयरक्राफ्ट से बम गिराने में दिक्कत हो रही है। इस विमान को साल 2020 में चीन ने दिया था लेकिन तभी से यह समस्या बनी हुई है। हालत यह हो गई कि K-8W के एक हादसे में उसके दो पायलट की मौत हो गई। यही नहीं बांग्लादेश की सेना ने जो शॉर्ट रेंज के डिफेंस सिस्टम खरीदे थे, वे खराब निकले हैं। इसके अलावा टैंक के गोले और टैंक के कलपुर्जे की सप्लाई को लेकर दोनों देशों में विवाद है। इसी तरह से बांग्लादेश की नौसेना को मिले चीनी युद्धपोत और हथियार सवालों के घेरे में हैं।
बताया जा रहा है कि पहले घटिया हथियार देने वाला चीन अब रिपेयर के नाम पर खूब पैसे मांग रहा है। चीन ने बांग्लादेश को पहले बहुत कम दाम में सबमरीन बेची थी लेकिन अब वे बेकार निकल रही हैं। बांग्लादेश बार-बार मदद के लिए मांग कर रहा है लेकिन चीन कोई जवाब नहीं दे रहा है। बांग्लादेश के नौसैनिक जब चीन में इस सबमरीन की ट्रेनिंग लेने गए थे तब उनके साथ दुर्व्यवहार भी हुआ था। बांग्लादेश ने अब चीन के एफएम-90 सरफेस टू एयर मिसाइल का पैसा रोक दिया है। खबरों के मुताबिक चीन जिन देशों को हथियार दे रहा है, उनके यहां जासूसी भी करवा रहा है। जिस चीन ने बांग्लादेश को चूना लगाया, उसी की सेना के साथ बांग्लादेश की सेना अभ्यास करने जा रही है। इसे भारत के लिए खतरे का संकेत माना जा रहा है। चीन इस बात से भी नाराज है कि बांग्लादेश अब भारत से हथियार खरीदना चाहता है।